‘गोरखपुर’ – यूपी की ऐसी लोकसभा सीट जो धर्म, कला और राजनीति हमेशा से ही प्रासंगिक रही है| चाहे नाथ सम्प्रदाय की कहानी हो या योगी आदित्यनाथ की वाणी यह जगह हमेशा ही सुर्ख़ियों में रही है| उत्तरप्रदेश के पूर्वाचल में बसा यह क्षेत्र गोरखनाथ के नाथ से प्रसिद्द अनेक आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और  प्राकृतिक धरोहरों को समेटे हुए है| यह वो क्षेत्र है जिसमे संत कबीर, मुंशी प्रेमचंद, फ़िराक गोरखपुरी जैसे विश्व प्रसिद्ध लोग हुए| महायोगी गोरखनाथ की कर्मभूमि रहा यह क्षेत्र हमेशा ही पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहा है| यहाँ के पर्यटन स्थलों में गीता प्रेस, गीता वाटिका और गोरखनाथ मंदिर प्रमुख है| गोरखपुर में भारतीय नौ सेना की एक छावनी भी है| यह जगह भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन के दौरान एक केंद्र बिंदु था| पंडित राम प्रसाद बिस्मिल को गोरखपुर सेंट्रल जेल में फांसी दी गई थी|

3,321 वर्ग किमोमीटर में फैला यह जिला उत्तर में महाराजगंज, पूर्व में कुशीनगर और देवरिया,  दक्षिण में आंबेडकर नगर, आजमगढ़ और मऊ और पश्चिम में संत कबीर नगर से घिरा हुआ है| जिले का प्रशासनिक मुख्यालय गोरखपुर शहर है| जिले में सात तहसीलें है-

गोरखपुर, खजनी,गोला, चौरी-चौरा , बांस गाँव, सजनवा, कैम्पियर गंज|

2011 की जनगणना के मुताबिक़ यहाँ की कुल आबादी 44,40,895 है जिनमे 22,77,777 लाख पुरुष और 21,63,118 महिलायें है| उत्तर प्रदेश के औसत लिंगानुपात 912 के मुकाबले गोरखपुर में प्रति 1000 पुरुषों पर 950 महिलायें है| यहाँ की आबादी में 21.08% हिस्सा अनुसूचित जाति और 0.41% अनुसूचित जनजाति का है| जनसंख्या का 81.17% लोग शहरों में और 18.83% लोग गाँवों में रहते है| गोरखपुर की औसत साक्षरता दर 60.81% है जिनमे पुरुषों की साक्षरता दर 69.98% और महिलाओं की साक्षरता दर 51.15% है| गोरखपुर शुरुआत से ही हिन्दू बहूल क्षेत्र रहा है, यहाँ की आबादी के 90.28% लोग हिन्दू और 9.09% लोग इस्लाम में आस्था रखते है|

गोरखपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से 64वें नंबर की सीट है| इस लोकसभा सीट में उत्तर प्रदेश विधानसभा की पांच सीटें आती है-

गोरखपुर ग्रामीण, गोरखपुर शहरी, सजनवा, कैम्पियरगंज, पिपराइच

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]यहाँ से समाजवादी पार्टी के प्रवीन निषाद सांसद हैं.[/penci_blockquote]

चुनाव आयोग की 2009 की रिपोर्ट के मुताबिक गोरखपुर लोकसभा में कुल 16,96,474 लाख मतदाता है जिनमे 9,45,962 लाख पुरुष और 7,50,512 महिला मतदाता है| 1952 में अस्तित्त्व में आई यह लोकसभा सीट 1957 के आमचुनाव तक अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित थी, तीसरे आम चुनाव के वक़्त यह सीट सामान्य श्रेणी में आ गई| 1962 तक हुए सभी आमचुनावों में कांग्रेस ने लगातार जीत दर्ज की| चौथे आमचुनावों में कांग्रेस का विजय रथ 1967 में गोरक्षपीठ के तत्कालीन महंत दिग्विजय नाथ ने रोका, वह इस सीट से निर्दलीय चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे| 1970-1971 में महंत दिग्विजय नाथ ने दोबारा जीत दर्ज करके लोकसभा में गोरखपुर का प्रतिनिधित्व किया| 1971 में नरसिंह नारायण(कांग्रेस) और 1977 में हरिकेश बहादुर (भारतीय लोकदल) ने इस सीट पर कब्ज़ा किया| 1980 में हरिकेश बहादुर दोबारा यह सीट जीतकर लोकसभा पहुंचे मगर इस बार कांग्रेस(इंदिरा) की टिकट पर| आठवीं लोकसभा में कांग्रेस ने इस स्सेट पर वापसी करके जीत हासिल की| 1989 में गोरक्षपीट के महंत अवैध नाथ हिन्दू महासभा की टिकट पर जीतकर लोकसभा पहुंचे| 1991 और 1996 के लोकसभा चुनाव में महंत अवैधनाथ ने भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर जीतकर सांसद बने| उनके बाद इस सीट से 1998 से 2014 तक लगातार पांच बार जीत दर्ज की| एक तरह से गोरखपुर की सीट गोरक्षपीठ के लिए अघोषित रूप से आरक्षित हो गई| 2017 में योगी आदित्यनाथ ने यहाँ के सांसद पड़ से इस्तीफ़ा दिया और देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बन गए| 2018 में हुए यहाँ उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रवीन निषाद ने जीत हासिल करके गोरक्षपीठ के सांसद निर्वाचित होने की परंपरा तोड़ दी| भाजपा की इस हार को 2019 के आमचुनाव से पहले अगर ‘वेकअप अलार्म’ के रूप मर देखा जाए तो कुछ गलत नहीं होगा|

लोकसभा वर्ष पार्टी नाम
पहली 1952 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस सिंहासन सिंह
दूसरी 1957 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस सिंहासन सिंह+ महादेव प्रसाद
तीसरी 1962 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस महादेव प्रसाद
चौथा 1967 निर्दलीय महंत दिग्विजय नाथ
उपचुनाव 1970 निर्दलीय महंत अवैध नाथ
पांचवां 1971 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस नरसिंह नारायण पाण्डेय
छठा 1977 भारतीय लोकदल हरिकेश बहादुर
सातवाँ 1980 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस(आई) हरिकेश बहादुर
आठवां 1984 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस मदन पाण्डेय
नौवां 1989 हिन्दू महासभा महंत अवैध नाथ
दसवां 1991 भारतीय जनता पार्टी महंत अवैध नाथ
ग्यारहवां 1996 भारतीय जनता पार्टी महंत अवैध नाथ
बारहवां 1998 भारतीय जनता पार्टी योगी आदित्य नाथ
तेरहवां 1999 भारतीय जनता पार्टी योगी आदित्य नाथ
चौदहवां 2004 भारतीय जनता पार्टी योगी आदित्य नाथ
पन्द्रहवां 2009 भारतीय जनता पार्टी योगी आदित्य नाथ
सोलहवां 2014 भारतीय जनता पार्टी योगी आदित्य नाथ
उपचुनाव 2018 समाजवादी पार्टी प्रवीन कुमार निषाद
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