सलेमपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में 71वें नंबर की सीट है| इस संसदीय सीट के अंतर्गत यूपी की पांच विधानसभा सीटें आती है-

भटपर रानी, सिकंदरपुर, सलेमपुर, बांसडीह, बेल्थारा रोड | इन विधानसभा सीटों में सलेमपुर और बेल्थारा रोड अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है|

सलेमपुर उत्तर प्रदेश की सबसे पुरानी तहसील है, यह 1939 में ब्रिटिशराज में अस्तित्त्व में आया| बरहाज, रुद्रपुर और भटपर रानी तहसीलों के बनने से पहले सलेमपुर सबसे बड़ी तहसीलों में से एक था| छोटी गंडक नदी सलेमपुर शहर के पास से गुजरती है| यह उत्तर-पूर्वी रेलवे का एक महत्वपूर्ण शहर है| सलीम के द्वारा बसाया गया यह शहर हमेशा से ही धर्म और राजनीति दोनों की दृष्टि के महत्वपूर्ण रहा है| दीर्घेश्वरनाथ महादेव यहाँ के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है, जिसकी स्थापना अश्वत्थामा के द्वारा हुआ था| अपनी मणि अर्जुन को देने के बाद अश्वत्थामा देवारण्य को निकल पड़े थे| प्राचीन देवारण्य ही आज ही देवरिया कहलाता है| सोहनाग का परशुराम धाम भी एक अन्य महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है|

2011 की जनगणना के मुताबिक़ सलेमपुर तहसील की आबादी 6,04,483 लाख है जिनमे पुरुषों की आबादी 2,98,212 और महिलाओं की संख्या 3,06,271 लाख है| यहाँ कुल 91,896 परिवार रहते है| यहाँ की आबादी का 15.7% हिस्सा अनुसूचित जाति और 4.2% हिस्सा अनुसूचित जनजाति से ताल्लुक रखता है| यूपी के लिंगानुपात 912 के मुकाबले यहाँ प्रति 1000 पुरुषों पर 1,027 महिलायें है,सलेमपुर के शहरी इलाकों में यह आंकड़ा 951 जबकि ग्रामीण इलाकों में 1,040 है| 2011 की जनगणना के मुताबिक यहाँ की आबादी का 14.2% हिस्सा शहरों में जबकि 85.8% हिस्सा गाँवों में रहता है| औसत साक्षरता दर की बात करे यह 73.43% है जिनमे पुरुषों की साक्षरता दर 72.31% और महिलाओं की साक्षरता दर 53.62% है| सलेमपुर मुख्य रूप से हिन्दू बहुल इलाका है| यहाँ की आबादी का 86.16% लोग हिन्दू और 13.5 % लोग मुस्लिम धर्म में आस्था रखते है|

वर्तमान में यहाँ से भारतीय जनता पार्टी के रविन्द्र कुशवाहा सांसद है.

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यह लोकसभा सीट अस्तित्त्व में आने के बाद से ही सामान्य श्रेणी की रही है| 1952 में हुए पहले आम चुनावों में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के विश्वनाथ रॉय ने जीत हासिल की और यहाँ के पहले सांसद बने| 1971 तक कांग्रेस ने लगातर पांच बार सलेमपुर की सीट पर कब्ज़ा किया| 1977 में भारतीय लोकदल के राम नरेश कुशवाहा ने कांग्रेस का विजय रथ रोका और यहाँ से पहले गैर-कांग्रेसी सांसद बने| राम नगीना मिश्र 1980 में कांग्रेस(आई) और 1984 में कांग्रेस के टिकट पर निर्वाचित हुए| 1989 और 1991 में जनता दल के हरिकेवल प्रसाद ने ने यहाँ दो बार जीत पाई| 1996 में समाजवादी पार्टी के हरिवंश सहाय ने जनता दल की लगातार तीसरी जीत के सपनो पर पानी फ़ेर दिया| 1998 में हुए चुनावों में हरी केवल प्रसाद ने समता पार्टी के टिकट पर जीत सपा से अपनी पिछली हार का बदला ले लिया| 1999 में बब्बन राजभर ने सलेमपुर में बहुजन समाज पार्टी को पहली बार जीत दिलाई|  2004 में सपा और 2009 में बसपा ने इस सीट पर कब्ज़ा किया| वर्तमान में यहाँ से भारतीय जनता पार्टी के रविन्द्र कुशवाहा सांसद है| जून 2017 में यह अपने बयान की वजह से सुर्ख़ियों में थे जब इन्होने कहा था की भारत सदियों से हिन्दू राष्ट्र ही है|

लोकसभा वर्ष पार्टी नाम
पहली 1952 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस विश्वनाथ रॉय
दूसरी 1957 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस विश्वनाथ रॉय
तीसरी 1962 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस विश्वनाथ पाण्डेय
चौथी 1967 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस विश्वनाथ पाण्डेय
पांचवीं 1971 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस तारकेश्वर पाण्डेय
छठी 1977 भारतीय लोकदल राम नरेश कुशवाहा
सातवीं 1980 भारतीत राष्ट्रीय कांग्रेस(आई) राम नगीना मिश्र
आठवीं 1984 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस राम नगीना मिश्र
नौवीं 1989 जनता दल हरी केवल प्रसाद
दसवीं 1991 जनता दल हरी केवल प्रसाद
ग्यारहवीं 1996 समाजवादी पार्टी हरिवंश सहाय
बारहवीं 1998 समता पार्टी हरी केवल प्रसाद
तेरहवीं 1999 बहुजन समाज पार्टी बब्बन राजभर
चौदहवीं 2004 समाजवादी पार्टी हरी केवल प्रसाद
पंद्रहवीं 2009 बहुजन समाज पार्टी राम शंकर राजभर
सोलहवीं 2014 भारतीय जनता पार्टी रविन्द्र कुशवाहा
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