मुज़फ्फरनगर में तीन दिन से हो रही मूसलाधार बरसात ने जनजीवन को अस्तव्यस्त कर दिया है। इस बरसात ने मुज़फ्फरनगर की ऐतिहासिक इमारत को भी अपने कहर से नही बक्शा और उसे भी ध्वस्त कर दिया।

हुआ यूँ कि:

100 वर्ष पुरानी हवाई हमलों में पनाह देने वाली इमारत की छत आज बरसात के कारण ढह गई । गनीमत यह रही कि जिस समय छत गिरी उस समय कोई उसके आस पास नही था वरना उसकी चपेट में आने से बड़ा हादसा हो सकता था ।

हवाई हमले में पनाह लेने वाली जगह:

दरअसल मुज़फ्फरनगर के नगर कोतवाली क्षेत्र के भगत सिंह रोड पर लगभग 100 वर्ष पुरानी बिल्डिंग है जो लाली की धर्मशाला के नाम से विख्यात है। इस बिल्डिंग के मुख्य द्वार पर ऊपर हिंदी व उर्दू में हवाई हमले में पनाह लेने वाली जगह लिखा हुआ है। ये मुज़फ्फरनगर की ऐतिहासिक इमारतों में शुमार है। जब हवाई हमलों में इस बिल्डिंग का कुछ नही बिगड़ पाया उस मजबूत बिल्डिंग की छत को लगातार हो रही बारसात ने गिरा दिया है। गनीमत ये रही कि जब ये छत गिरी उस समय कोई मौके पर नही था वरना बड़ा हादसा हो सकता था। क्योंकि इस बिल्डिंग में लगभग 1 दर्जन से ज्यादा किरायेदार है जिसमे ऊपर की तरफ तीन फैमली भी रहती है ।

बिल्डिंग गिरने से भय की स्थिति:

इस छत के गिरने से आसपास के दुकानदारों में भय की स्थिति पैदा हो गयी है उनका कहना है कि ये बिल्डिंग जर्जर हो गयी है और ये कभी भी  गिर सकती है ।

शामली: सामने आई नाबालिक से गैंगरेप की वारदात

सपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आज, मुलायम-शिवपाल के शामिल होने पर संशय

सुल्तानपुर: सामने आये सात इस्लामिया विद्यालय, हरकत में आया प्रशासन

सिर्फ एक साल में डॉ कफील हुए दीवालिया, लोगों से मांग रहे आर्थिक मदद

 

 

 

 

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें