उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिला में मजदूरों से भरा एक लोडर अनियत्रिंत लोडर नहर में जा गिरा, जिसमें दो दर्जन से भी ज्यादा लोग गंभीर रुप से घायल गये। घटना के वक्त मौके पर चीख-पुकार मच गई। राहगीरों की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों की मदद से नहर में डूबे लोगों को बाहर निकलवाया। पुलिस ने स्थानीय ग्रामीणों की मदद से घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया यहां उनका उपचार चल रहा है। पुलिस लोडर को कब्जे में लेकर मामले की पड़ताल शुरू कर दी है।

शादी समारोह से घर वापस आ रहे थे मजदूर

पुलिस के मुताबिक, यह घटना सौरिख इलाके के पास की है। छिबरामऊ में एक शादी समारोह का काम खत्म करके सोमवार की सुबह दो दर्जन से भी ज्यादा मजदूर लोडर में बैठकर वापस घर आ रहे थे। अभी वह लोग सौरिख के पास पहुंचे ही थे कि अनियंत्रित होकर लोडर नहर में जा गिरा। उसमें सवार सभी लोग गंभीर रुप से घायल हो गये। चीख-पुकार सुनकर आये ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने इलाकाईयों की मदद लेकर सभी घायल मजदूरों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों के मुताबिक, इसमें चार लोगों की हालत बेहत गंभीर है। चौकी प्रभारी राम मोहन गुप्ता ने बताया कि घायलों को इलाज की आवश्यक्ता थी, इस कारण हमने सभी को पहले इलाज मुहैया कराया। इस कारणवश नाम नहीं लिये जा सके हैं, हालांकि इस घटना में किसी की भी जान नहीं गयी हैं।

एटा में हुई थी 14 लोगों की मौत

गौरतलब है कि बीते साल 5 मई 2017 को एटा जिले के जलेसार इलाके में सकराली से तिलक समारोह से करीब 45 लोगों को लेकर लौट रही तेज रफ्तार डीसीएम अनियंत्रित होकर पुल की रेलिंग तोड़ते हुए रात करीब 2:30 बजे टुंडला रोड पर सरी नीम के पास नहर में पलट गई थी। इस हादसे में 14 लोगों के मरने और 24 से अधिक लोगों के घायल होने की पुष्टि एटा पुलिस कप्तान ने की थी। सभी यात्री नागारिया पौदरन गांव, डौकी आगरा जिले के रहने वाले थे।

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