यूपी के विभिन्न जिलों से हजारों की संख्या में बसों और ट्रेनों से विधानसभा का घेराव करने के राजधानी पहुंच रहे ग्राम रोजगार सेवकों के मंसूबों पर प्रशासन ने पानी फेर दिया है। अब तक 20 हजार से अधिक ग्राम रोजगार सेवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ग्राम रोजगार सेवक नियमित कर राज्य कर्मचारी का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर विधानसभा का घेराव करने के लिए सुबह से ही राजधानी आ रहें थें, लेकिन प्रशासन ने उन्हें अंदर आने से पहले ही रोक लिया। गिरफ्तार किये गए हजारों लोगों को रमाबाई अंबेडकर मैदान में बनाए गए अस्थाई जेल में रखा गया है।

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  • प्रशासन ने ग्राम रोजगार सेवकों को लक्ष्मण मेला मैदान के अलावा चारबाग और हजरतगंज से गिरफ्तार किया। इस दौरान ग्राम उनकी पुलिस से तीखी झड़प हुई।
  • प्रदर्शन की पूर्व सूचना के चलते शहर का यातायात बदल दिया गया था। लेकिन, फिर भी व्यवस्था चरमरा गई।
  • ग्राम रोजगार सेवकों के विधानसभा पर बड़े प्रदर्शन के चलते भारी पुलिस और पीएसी बल तैनात किया गया था। हजारों ग्राम रोजगार सेवक लक्ष्मण मेला मैदान में सुबह से ही डेरा जमाये बैठे थे।

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  • पुलिस ने उन्हें वहीं से बसों और प्राइवेट गाड़ियों में चारबाग, विधान सभा, से गिरफ्तार कर भरकर रामाबाई अंबेडकर मैदान में भेज दिया गया।
  • ग्राम सेवकों का नेतृत्व कर रहे अखिलेश यादव ने कहा कि 20 हजार ग्राम रोजगार सेवकों को प्रशासन ने पूरे प्रदेश में गिरफ्तार किया है।
  • इसमें लखनऊ पहुंच रहे हजारों ग्राम रोजगार सेवकों को मुरादाबाद रेलवे स्टेशन से, लखनऊ आ रही आधा दर्जन बसें हरदोई से, बलिया, पीलीभीत, बरेली, कानपुर, उन्नाव, सीतापुर, सहित कई जिलों में पुलिस ने जिलों की सीमा के बाहर ही गिरफ्तार कर लिया।

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  • वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि ग्राम रोजगार सेवकों के साथ सरकार सौतेला व्यवहार कर रही है। बार-बार झूठे आश्वासन देकर रोजगार सेवकों से छल किया जा रहा है।
  • प्रदेश के करीब 40 हजार ग्राम सेवक अपने हक के लिए आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि रोजगार सेवक अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं, और वे अपनी मांगे मनवा कर ही रहेंगे।
  • ग्राम रोजगार सेवकों ने अखिलेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो इसका खामियाजा आगामी विधानसभा चुनाव में भुगतना पड़ेगा।
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