राजधानी में महिलाओं के प्रति अपराध निरंतर बढ़ता जा रहा है। पुलिस अफसरान है कि कार्रवाई से कतराते है तो वही ऐसे मामलों में पीड़ितों को दर दर के चक्कर भी लगाने पड़ते है लेकिन उन्हें इंसाफ नही मिल पाता। कुछ ऐसा ही जानकीपुरम थाना क्षेत्र की रहने वाली एक 20 वर्षीय युवती के साथ भी हुआ है। दरसल युवती को 19 माह तक बंधक बनाकर पड़ोस में ही रहने वाले एक युवक व उसका मामा उसके साथ गैंगरेप की हैवानियत करते रहे। उसे यातनाएं दी व चोटे भी पहुंचाई जिसके निशान आज भी उसके शरीर पर मौजूद हैं। पीड़िता ने बताया कि इससे पहले बीते वर्ष 2017 के फरवरी माह में युवती संदिग्ध अवस्था मे लापता हो गई थी। घरवालों ने जानकीपुरम थाने में शिकायत की तो पुलिस ने गुमसुदगी तो दर्ज कर ली लेकिन फिर कानो में रुई डालकर बैठ गई। नतीजन उसके साथ हैवानियत होती रही। किसी तरह बहशियो से चंगुल छुड़ाकर उसने परिजनों व पुलिस को आपबीती बताई लेकिन बीते एक माह से आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है और पीड़ित परिवार दर दर की ठोकरे खा रहा है।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]चारपाई में बांधकर पिटाई करते थे आरोपी[/penci_blockquote]
पीड़िता ने बताया कि बीते वर्ष 17 फरवरी 2017 को वह घर से थोड़ी दूरी पर कूड़ा फेंकने गई थी। इस दौरान पड़ोस के ही रहने वाले प्रवेश व उसके मामा अरविंद ने उसे चार पहिया में अगवाह कर लिया। इसके बाद वो दोनों उसे बख्शी का तालाब इलाके में एक घर मे ले गए व बंधक बना लिया। बकौल पीड़िता दोनो मामा भांजे उसके साथ रोजाना हैवानियत करते थे। विरोध पर उसकी पिटाई कर यातनाएं देते थे और तो और उसे चारपाई में बांध देते थे और खाना पीना तक नही दिया जाता था। बीकेटी के उस घर मे एक महिला रहती थी जो दोनो आरोपियों का इन सब मे पूरा साथ भी देती थी। बकौल पीड़िता वही महिला 31 अगस्त 2018 को उसे छठा मील छोड़ गई और किसी को कुछ बताने पर जान से मारने की धमकी भी दी।

पीड़िता ने एक अनजान शख्स से फोन लेकर अपने भाई को फोन कर पूरे मामले की जानकारी दी। आरोप है कि भाई ने पुलिस को बताया तो पुलिस ने उसके साथ जाने से मना कर दिया जिसके बाद वह अकेला ही बहन को लेने गया और सीधे उसे लेकर जानकीपुरम थाने पहुंचा। थाने पहुंची पीड़िता ने पूरी आप बीती पुलिस समेत परिजनों को बताई तो जैसे परिजनों के होश ही उड़ गए। पीड़िता के भाई का कहना है कि पहले तो बहन की तलाश के लिए उसने सीएम दफ्तर से लेकर तमाम अफसरों समेत क्षेत्रीय विधायक तक से गुहार लगाई। अब सच्चाई सामने आने के बाद भी वह तमाम अफसरों के चक्कर काट चुका है लेकिन कोई कार्रवाई नही हो रही। एएसपी टीजी से लेकर एसएसपी लखनऊ व जिलाधिकारी महोदय तक से उसने लिखित शिकायत की है।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]क्या कहते हैं जिम्मेदार[/penci_blockquote]
इस पूरे मामले में अलग अलग अफसरों का अलग अलग ही कहना सामने आया है। घटना के संबंध में इंस्पेक्टर जानकीपुरम से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामले के विवेचक का बीच मे तबादला हो गया था इस वजह से कार्रवाई में विलंब हुआ। हाल में ही विवेचना नए इंस्पेक्टर को सौंपकर जल्द कार्रवाई के निर्देश दिए गए है। वही जब सीओ अलीगंज से उनके सरकारी नंबर पर उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई तो उनका फोन ही नही उठा। एएसपी टीजी हरेंद्र कुमार का कहना है कि मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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