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उत्तर प्रदेश के विश्विद्यालय/कालेजों में पढ़ने वाले छात्रों को प्रमोट करने की माँग पर सीवाईएसएस ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन

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उत्तर प्रदेश के विश्विद्यालय/कालेजों में पढ़ने वाले छात्रों को प्रमोट करने की माँग पर सीवाईएसएस ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन

प्रदेश के विश्विद्यालय/कालेजों में पढ़ने वाले छात्रों को प्रमोट किया जाय :वंशराज दुबे

विश्विद्यालय/कालेजों में ऑनलाइन परीक्षा कराने का विचार ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले छात्रों के लिए न्यायसंगत नही : वंशराज दुबे

कोरोना संकट काल में जहाँ जन जीवन अस्त-व्यस्त है , ऐसे में उत्तर प्रदेश शासन के द्वारा विश्विद्यालयो/कालेजों को शेष परीक्षाओं को करवाने का निर्देश किया गया है। विश्विद्यालय/कालेजों द्वारा ऑनलाइन परीक्षा कराने के सम्बंध में कदम उठाये जा रहे है, जिसको लेकर प्रदेशभर के छात्रों में काफ़ी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में विभिन्न छात्र संगठनों द्वारा इस गम्भीर विषय पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल महोदया को सम्बंधित विषयों पर ज्ञापन सौंप कर महत्वपूर्ण माँगे की जा रही है।
आम आदमी पार्टी की छात्र विंग सीवाईएसएस (छात्र युवा संघर्ष समिति) ने इस अति महत्वपूर्ण विषय पर उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिला मुख्यालय से उत्तर प्रदेश की महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा।

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उत्तर प्रदेश ‘आप’ छात्र विंग प्रदेश अध्यक्ष वंशराज दुबे ने बताया कि इस वैश्विक माहमारी में जहाँ कोविड-19 के मामले निरंतर बढ़ रहे है ऐसे में ज़्यादा सावधानियां बरतने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि महामहिम राज्यपाल महोदया जी को विश्विद्यालय/कालेजों में पढ़ने वाले छात्रों के हितों और स्वास्थ्य को देखते हुए सीवाईएसएस ने माँग की है।
प्रदेश अध्यक्ष वंशराज दुबे ने कहा कि ज्ञापन के माध्यम से राज्यपाल महोदया का ध्यान आकर्षित करते हुए उनको अवगत कराया गया कि , जैसा कि दिन-प्रतिदिन कोरोना महामारी फैलती जा रही है ऐसे में छात्रों को कालेजों में बुलाकर परीक्षा कराने का फैसला क्या उचित होगा ? कोरोना महामारी की वजह लॉकडाउन के शुरुआती दौर में ही छात्र जल्दी जल्दी में अपने गृह जनपद के लिए चले गए जिससे अपने पाठ्य पुस्तकों को भी नही ले जा सके, कुछ विश्विद्यालय/ कालेजों के हॉस्टलों में हजारों छात्र लॉकडाउन में फँस गए थे जिससे उनकी मानसिक स्थिति भी काफी बिगड़ गयी, ऐसे हालात में उनकी होने जा रही परीक्षाओं के लिए क्या वह तैयार होंगे? ऑनलाइन परीक्षा कराने की तैयारी करने वाले विश्विद्यालय/कालेजों में पढ़ने वाले ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों को इंटरनेट की सेवा सुचारू रूप से न मिल पाने से क्या छात्रों के साथ न्याय होगा?

 

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उपरोक्त सभी बिंदुओं को ध्यान कराते हुए आदमी पार्टी छात्र विंग (सीवाईएसएस) के प्रदेश अध्यक्ष वंशराज दुबे ने छात्रों के हितों को देखते हुए कुछ प्रमुख माँग की-
◆ पूरी तरह से स्थिति सामान्य होने से पूर्व विश्विद्यालय/कालेजों में परीक्षाओं का आयोजन न किया जाए।

◆ विश्विद्यालय/ कालेजों में पहले एवं दूसरे वर्ष के छात्रों को प्रमोट किया जाए, तथा तृतीय वर्ष के छात्रों को पहले एवं दूसरे वर्ष के अंकों के अनुपात के हिसाब से पास उत्तीर्ण किया जाय।

◆ ऑनलाइन परीक्षा कराने का विचार तत्काल त्याग देना चाहिए इससे ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों को भारी संकट का सामना करना पड़ेगा।

◆ प्रदेशभर के छात्रों को उनके वर्तमान एवं भविष्य को लेकर काफ़ी असमंजस है, ऐसे में छात्रों की व्यापक स्तर पर उनकी काउंसलिंग की व्यवस्था की जाए।

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