2019 के लोकसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने अन्य पार्टियों के पहले तैयारियां शुरू कर दी है। इस बार के चुनाव में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव खुद सपा के गढ़ कन्नौज से लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए अखिलेश यादव ने पार्टी पदाधिकारियों संग बैठक कर उन्हें चुनाव संबंधी दिशा निर्देश देना शुरू कर दिया है। मगर सपा की चुनाव तैयारियों के बीच उसी के गढ़ में अब अखिलेश यादव का विरोध शुरू हो गया है जिससे पार्टी में हड़कंप मच गया है।

अखिलेश कर रहे 2019 की तैयारी :

आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में समाजवादी पार्टी सबसे आगे चल रही है। अन्य पार्टियों ने जहाँ इसके लिए अब तक कोई ख़ास तैयारी नहीं की है तो वहीँ सपा ने तो लोकसभा चुनाव प्रत्याशियों के लिए आवेदन फॉर्म तक निकाल दिया है। जिला सपा कार्यालय से कोई भी 10 हजार की रकम जमाकर इस फॉर्म को भरने के बाद प्रत्याशी बनने के आवेदन कर सकता है। वहीँ यूपी की फतेहपुर सीट से सपा ने सबसे पहले अपना प्रत्याशी भी घोषित कर दिया है। साथ ही मुलायम सिंह के मैनपुरी से लड़ने का ऐलान अखिलेश कर चुके हैं। साथ ही वे खुद भी कन्नौज से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।

इविवि में हुआ अखिलेश का विरोध :

समाजवादी पार्टी के छात्र संगठन ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र संघ चुनावों में ABVP को हराते हुए दमदार प्रदर्शन किया था। इस चुनाव में अध्यक्ष के साथ अन्य पदाधिकारियों का सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ बुलाकर सम्मान भी किया था। 14 फरवरी को होने वाले छात्रसंघ उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि अखिलेश यादव को बुलाया गया है। मगर इस कार्यक्रम में अखिलेश यादव को बुलाये जाने का अखिल भारतीय विद्यार्थी संघटन ने विरोध करना शुरू कर दिया है। एबीवीपी से छात्रसंघ के महामंत्री निर्भय कुमार द्विवेदी ने समारोह के विरोध मे जागरण यात्रा निकाली व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का पुतला दहन कर उनका विरोध किया। इसके बाद पूरे संस्थान का माहौल तनावपूर्ण हो गया।

 

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