राजधानी के अलीगंज क्षेत्र में एसिड अटैक (acid attack case) की वारदात का आरोप उसी महिला ने लगाया जिसने तीन महीने पहले एसिड पिलाये जाने का आरोप लगाया था. लखनऊ के अलीगंज स्थित समाज कल्याण विभाग के गर्ल्स हॉस्टल में उसी महिला के ऊपर फिर से एसिड अटैक हुआ. लेकिन तेजाब फेंकने वालों का कुछ भी पता नहीं चला है. महिला ने कहा था कि अज्ञात लोगों ने उसपर एसिड फेंका था.

जाँच में नहीं हुई एसिड अटैक की पुष्टि:

  • महिला पर एसिड अटैक के मामले में एफएसएल रिपोर्ट में एसिड की पुष्टि ही नहीं हुई है.
  • वहीँ इस फर्जी अटैक की वारदात के बाद पुलिस भी सख्त रवैया अपनाने जा रही है.
  • लखनऊ एसएसपी ने कहा है कि महिला ने पुलिस को गुमराह किया है.
  • जबकि रिपोर्ट में पता चल गया कि महिला पर एसिड नहीं फेंका गया था.
  • महिला के खिलाफ 182 सीआरपीसी के तहत पुलिस को झूठा साबित करने के जुर्म में कार्रवाई की जाएगी.

एसिड अटैक पर उठे सवाल, किसी ने नहीं देखा हमलावर को!

एसिड अटैक पीड़िता का बयान सवालों के घेरे में:

  • uttarpradesh.org ने पहले ही इस एसिड अटैक पर संदेह जताया था.
  • हॉस्टल की वार्डन के अनुसार, किसी ने एसिड फेंकने वाले को नहीं देखा था.
  • इसके पहले भी ट्रेन में एसिड पिलाने की वारदात की पुष्टि नहीं हो पायी थी.
  • उस मामले में भी महिला का मोबाइल लोकेशन रेलवे स्टेशन का नहीं मिला था.
  • पीड़िता के बयान को शक की नज़र से देखा जा रहा है.
  • जिस हॉस्टल में वारदात हुई उसकी दीवारे करीबन 6-7 फ़ीट लम्बी है.
  • साथ ही गर्ल्स हॉस्टल के बाहर जल भराव है.
  • पीड़िता का कहना है की अंधेरे में अज्ञात व्यक्ति ने एसिड से हमला किया.
  • जबकि हॉस्टल का गार्ड महज़ 10 फीट की दुरी पर बैठा था.
  • हॉस्टल की वार्डन ने uttarpradesh.org के साथ बातचीत में बताया कि समाज कल्याण विभाग का ये हॉस्टल है .
  • महिलाओ की सुरक्षा के मद्देनज़र से कोई बाहरी व्यक्ति गेट के अंदर प्रवेश तक नहीं कर सकता हैं.

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किसी ने नहीं देखा था हमलावर को :

  • एसएसपी ने बताया कि महिला करीब 10 फीसदी झुलसी थी.
  • उन्होंने बताया कि महिला पर एसिड अटैक की घटना संदिग्ध लग रही है.
  • रविवार को घटना स्थल की छानबीन करने एफएसएल टीम पहुंची थी.
  • उन्होंने बताया कि जांच पड़ताल के दौरान घटना स्थल पर तेजाब के निशान नहीं मिले.
  • जानकारों की मानें तो महिला पर एसिड फेके जाने पर उसकी कुछ बूंदे जमीन या फिर आस-पास की दिवारों पर जरूर गिरी होगी.
  • जांच पड़ताल में ऐसा कुछ नहीं पाया गया था.
  • स्थानीय लोगों और हास्टल की अन्त:वासी महिलाओं से भी पूछताछ की गई थी.
  •  घण्टों पूछताछ के बाद भी किसी ने एसिड अटैक की वारदात नहीं कबूली थी.
  • महिला की सुरक्षा में हास्टल के गेट पर तैनात सुरक्षा कर्मियों ने बताया कि वह शाम के समय वहीँ मौजूद था.
  • हास्टल के अन्दर कोई पुरूष अन्दर गया ही नहीं था.

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महिला के जेठ ने भी आरोप को बताया था गलत:

  • महिला के जेठ राजेंद्र पासी ने बताया कि ये महिला कई बार ऐसे झूठे आरोप लगा चुकी है.
  • राजेंद्र का कहना है कि वह पैसे के लिए ये ऐसा कर रही है.
  • इससे पहले वह अपने भाई और भाभी पर भी तेजाब से हमला करने का आरोप लगा चुकी है.
  • राजेंद्र के अनुसार वह गांव में नहीं रहती है.
  • उसे ये गंभीर आरोप लगाने के बाद आवास मिल गया.
  • उन्होंने यह भी कहा कि पिछले दिनों आरोप लगाने के बाद सीएम ने उसे एक लाख रुपये दिए.
  • जीआरपी की जांच में आरोप फर्जी निकले.

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