चुनाव आते ही विभिन्न दलों में प्रत्याशियों को चुनने की होड़ सी लग जाती है। ऐसे में सियासी दल अपने फायदे के लिए दागी तथा अपराधिक पृष्ठभूमि के उम्मीदवारों का चयन करने में गूरेज नहीं करती हैं।

  • लेकिन इलेक्शन वाच द्वारा निरन्तर चलायी जा रही जागरूकता के कारण इस बार अपराधिक पृष्ठभूमि वाले प्रत्याशियों में बड़ी मात्रा में गिरावट दर्ज किया गया है।

क्या कहता है सर्वे

  • एक सर्वे के अनुसार पिछले वर्ष यानि 2012 के चुनाव में जहां अपराधिक पृष्ठभूमि वाले प्रत्याशियों का दर 32 प्रतिशत आंका गया तो वहीं इस बार इसमें 12 प्रतिशत की गिरावट के साथ 20 प्रतिशत आंका गया।
  • लेकिन इस बार के एडीआर के आंकड़े बता रहे हैं कि बहुजन समाज पार्टी तथा भारतीय जनता पार्टी ने इसमें बाजी मारते हुए सबसे अधिक अपराधी छवि वाले प्रत्याशियों को टिकट दिया है।
  • वहीं सबसे अधिक अपराधिक छवि वाली पार्टी मानी जाने वाली समाजवादी पार्टी में सबसे कम अपराधिक छवि वाले प्रत्याशियों को टिकट दिया गया है तो कांग्रेस में यह आंकड़ा सबसे कम है।
  • उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच तथा एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक ने उप्र विधानसभा चुनाव 2017 के पहले चरण में चुनाव लडऩे वाले 839 में से 836 उम्मीदवारों के शपथ पत्रों का विश्लेषण किया।
  • यह उम्मीदवार 98 राजनीतिक दलों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, जिनमें 5 राष्ट्रीय दल, 8 क्षेत्रिय दल, 85 गैर मान्यता प्राप्त दल तथा 293 निर्दलीय उम्मीदवार शामिल हैं।
  • उप्र विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 11 फरवरी को होना है।

यह है दलवार प्रतिशत

  • उम्मीदवार द्वारा घोषित आपराधिक मामले-दलवार- भाजपा के 73 में से 29 यानि 40 प्रतिशत, बसपा के 73 में से 28 यानि 38 प्रतिशत,
  • आरएलडी के 57 में से 19 यानि 33 प्र्र्रतिशत, सपा के 51 में से 15 यानि 29 प्रतिशत,
  • कांग्रेस के 24 में से 6 यानि 25 प्रतिशत तथा 293 में से 38 यानि 13 प्रतिशत निर्दलीय उ मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये हैं।
  • उम्मीदवार द्वारा घोषित गंभीर आपराधिक माले- दलवार- बसपा के 73 में से 26 यानि 36 प्रतिशत, भाजपा के 73 में से 22 यानि 30 प्रतिशत, सपा के 51 में से 13 यानि 26 प्रतिशत।
  • इसके अलावा बसपा के पास सबसे अधिक पैसे वाले उम्मीदवारहैं इसमें भी भाजपा का दूसरा स्थान है तो सपा तथा कांग्रेस तीसरे एवं पांचवे स्थान पर है।
  • आंकड़ो के मुताबिक बसपा के पास 73 में से 66 प्रत्याशियों के पास करोड़ों की संपत्ति है यानि 90 प्रतिशत, वहीं भाजपा के 73 में से 61 तो सपा के 51 में से 40 तो कांग्रेस के 24 में से 18 उम्मीदवार करोड़पतियों की सूची में है।
  • हालांकि कांग्रेस के आगरा से प्रत्याशी नजीर अहमद के पास चल-अचल संपत्ति मिलाकर दो सौ ग्यारह करोड़ सैंतालिस लाख हैं तो वहीं परवेज अली निर्दलीय उम्मीदवार ने अपनी संपत्ति शून्य घोषित की है।
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