पेश किये गए आम बजट की विसंगतियों को लेकर शुक्रवार को कानपुर कचहरी में अधिवक्ताओं ने वित्त मंत्री अरुण जेटली का पुतला फूंककर आक्रोश ब्यक्त किया। पुतला फूंक रहे अधिवक्ता मोहम्मद तौहीद ने बताया की यह जो वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आम बजट पेश् किया है वह बजट पूरी तरह से आगामी लोकसभा चुनाव से प्रभावित है। कहा कि यह बजट आम और मध्यम वर्ग के लिए बिल्कुल भी लाभप्रद नहीं है तो वहीं अधिवक्ता हित पर भी बिलकुल ध्यान नहीं दिया गया है इसलिए हम अधिवक्ताओं ने अपना आक्रोश व्यक्त करने के लिए वित्त मंत्री अरुण जेटली का पुतला फूंका है।

बजट में जनता को मिला लॉलीपॉप

बजट पर जब आमलोगों की राय ली गई तो लोगों ने इसे कई पहलुओं पर नकार दिया। कहा कि सरकार बजट के नाम पर सिर्फ लाॅलीपाप दिया है। लखनऊ के हजरतगंज निवासी अंकुर तिवारी ने कहा कि मोदी सरकार ने बजट के नाम पर सिर्फ लॉलीपॉप दिया है। इस बजट के जरिए जनता को लोकसभा चुनाव को साधने की कोशिश की गई है। बजट में दिखावा के रूप में काफी कुछ किया गया है, लेकिन अगर जमीनी स्तर पर यह लागू हो जाए तो जनता का भला हो सकता है। फिलहाल ऐसा होने वाला नहीं।

पलायन को विवश है यूपी के बेरोजगार युवा

कृष्णानगर में रहने वाले दीक्षांत शर्मा ने कहा कि प्रदेश में युवाओं का पलायन हो रहा है। राजधानी लखनऊ में आईटी सिटी तो बनी है लेकिन आईटी कंपनियां निवेश करने को तैयार नहीं है। इसलिए युवा राज्य के बाहर जा रहे हैं। सरकार ने युवाओं के लिए ज्यादा कुछ खास नहीं किया। सरकार ने अपने बारे में ही सोचा है, बजट मिडिल क्लास परिवार के लिए निराशाजनक है।

महिला सुरक्षा के नाम पर कुछ भी नहीं
समाजसेवी ऊषा विश्वकर्मा ने बताया महिला सुरक्षा के लिए भी बजट में कुछ खास नहीं किया गया। महिलाओं को सिर्फ गैस कनेक्शन देने का दावा किया गया है। बजट के जरिए बजट में कानून-व्यवस्था जैसी कोई खास चीज देखने को नहीं मिली। अगर यह बजट जमीनी स्तर पर लागू हो तो कुछ सही हो सकता है लेकिन ऐसा होने वाला नहीं।

 

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