उत्तर प्रदेश के कृषि निदेशक स्वराज सिंह का एक आडियो वायरल हुआ है, जिसमें उन्होंने अपने कार्यालय के लैंडलाइन से प्रधानाचार्य राजकीय कृषि विद्यालय बुलंदशहर दर्शन सिंह राजपूत को धमकी दिया। वायरल हुए इस आडियो में धमकी में मुख्यमंत्री का नाम लेकर उन्हें अपने खास अफसर शिशुपाल सिंह को चार्ज दिलाना चाहा। जानकारी के मुताबिक जिस पद पर शिशुपाल को चार्ज दिलाना चाहते हैं उस पर माननीय उच्च न्यायालय ने स्टे प्रदान कर दिया है। इस बातचीत के दौरान उन्होंने प्रधानाचार्य को सस्पेंड करने की भी धमकी देते हुए सुनाई दे रहे हैं। बता दें कि इस आॅडियो की पुष्टि हम नहीं करते है।

स्टे आर्डर लिए गए पद पर दिलाना चाहते थे चार्ज

सूत्रों का कहना है कि इस मामले में अपर कृषि निदेशक प्रशासन आर एस कौशल के द्वारा एक आदेश भी कृषि निदेशक ने अपने दबाव में जारी कराया। जबकि उस आदेश पर रमेश चंद्र नामक व्यक्ति ने स्टे ले लिया। कहा तो यहां तक जाता है कि कृषि विभाग में तबादला का बहुत लंबा उद्योग चल रहा है। जिसमें निदेशालय से लेकर शासन के अधिकारी भी शामिल हैं। बताया जाता है कि इस नियुक्ति में भी काफी लंबा लेनदेन हुआ है।

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कौन है स्वराज सिंह

यह स्वराज सिंह वही है जो मायावती सरकार में संयुक्त निदेशक उर्वरक के पद पर तैनात थे। तब खाद की कालाबाजारी में अखबारों में सुर्खियां बने थे। इसकी जांच भी शासन में दबा दी गई और इनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का एक मामला भी दफन कर दिया गया। बताया जाता है कि स्वराज सिंह मुख्य सचिव को अपना रिश्तेदार बताकर दबाव बनवाते हैं। आज इस मामले में जब शिवराज सिंह से पत्रकारों ने बात करनी चाही तो वह बात करने से पहले उठ कर चले गए तथा 1 चैनल के कैमरामैन को हाथ से फोटो बनाने के लिए भी रोका।

जाटों का बताते हैं नेता

स्वराज सिंह अपने को जाटों का नेता भी बताते हैं तथा 24 क्षेत्र के नेताओं को ऑफिस में बैठा कर जिले के अधिकारियों को फोन करते हैं। कहते हैं कि यह मुख्यमंत्री के खास हैं इनसे बात करो और दबाव डालते हैं। जिससे कृषि विभाग के अफसरों में अंदर ही अंदर आक्रोश फैल रहा है।

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