उत्तर प्रदेश के लगातार कई चुनावों में समाजवादी पार्टी को हार मिलती जा रही है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पार्टी की इस स्थिति से काफी चिंतित हैं इसीलिए उन्होंने समाजवादी पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के लिए खुला पत्र 8 जनवरी लिखा है जिसके बाद सपा में हलचल तेज हो गयी है।

कई चुनावों में सपा को मिली हार :

उत्तर प्रदेश विधानसभा, निकाय और सिकंदरा उपचुनाव में मिली हार से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव हैरान हैं। पिछली बार सत्ता में रही समाजवादी पार्टी का सिकंदरा विधानसभा सीट एक जमाने में गढ़ हुआ करती थी मगर भाजपा लहर में सपा का गढ़ ढह गया और आलम ये है कि उपचुनाव में भी समाजवादी पार्टी को जीत नहीं मिल पायी है।

8 जनवरी को अखिलेश ने बुलाई बैठक :

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कानपुर नगर और ग्रामीण के नेताओं के लिए पत्र लिखा है जिसके बाद कई चर्चाएँ हो रही हैं। अखिलेश ने सपा के सभी सांसद, विधायक, विधानसभा प्रत्याशी और पदाधिकारियों की बैठक लखनऊ में बुलाई है। हालाँकि बैठक में किस मुद्दे पर चर्चा होगी, इस बात का अभी तक खुलासा नहीं हो सका है। मगर सूत्रों से खबर है कि अखिलेश की इस बैठक में भीतरघात करने वाले निशाने पर रहेंगे।

2019 और 2022 पर होगा मंथन :

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गोविंदनगर से सुनील शुक्ला, कैंट से मोहम्मद हसन रूमी को इस बैठक में नहीं बुलाया है। इसके बाद से चर्चा है कि सपा भीतरघात करने वाले नेताओं पर कार्यवाई करने की तैयारी कर चुकी है। सिकंदरा सीट हुए उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ा मगर फिर भी उसे हार मिली थी। अगर यही हाल लोकसभा और अगले विधानसभा चुनाव में हुआ तो सपा को बड़ा झटका लग सकता है। यही कारण है कि सपा ने भीतरघात करने वाले नेताओं की सूची तैयार करनी शुरू कर दी है।

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