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MLC पद से रिटायर होने के पहले अखिलेश ने खजांची के लिए खोला खजाना

2019 के लोकसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी पूरी तरह जुट गयी है। इसके लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पदाधिकारियों के साथ बैठक करना शुरू कर दिया है। अखिलेश यादव के राजनैतिक जीवन में पहली बार ये समय आया है कि वे किसी सदन के वर्तमान में सदस्य नहीं है। बीती 5 माई को उनकी विधान परिषद से सदस्यता का कार्यकाल खत्म हो चुका है। हालाँकि अखिलेश यादव पहले ही 2019 में लोकसभा चुनाव कन्नौज से लड़ने का ऐलान कर चुके हैं। इस बीच MLC पद से रिटायर होने के पहले अखिलेश यादव ने कुछ ऐसा काम किया है कि लोग उन्हें आगे भी याद रखेंगे।

खजांची के गाँव में शुरू कराए विकास कार्य :

2016 में नोटबंदी की लाइन में जन्में बच्चे खजांची से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के अब खास संबंध बन गए हैं। आये दिन खजांची के हाल-चाल पूछने के लिए अखिलेश फोन करते रहते हैं। अब अखिलेश यादव खजांची के जीवन के साथ ही उसके गोद लिए गाँव को संवारने के प्रयास में लग गए हैं। अब खजांची के गांव के विकास के लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एमएलसी पद से रिटायर होने के पहले अपनी विधायक निधि से गांव मजरे शाहपुर जोगी डेरा में बारातशाला के निर्माण के लिए 17.75 लाख रुपये दिए हैं। अखिलेश यादव के इस फैसले से पूरे गाँव में लोग काफी खुश हैं। इसके पहले पूर्व सपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नंदा ने इसी गांव के सरदार पुरवा जोगी डेरा में 70 सोलर लाइटें व 10 इंडिया मार्का हैंडपंप लगवाये थे।

 

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बैंक की लाइन में हुआ था जन्म :

साल 2016 में केंद्र सरकार ने नोटबंदी करने का ऐतिहासिक कदम उठाया था। मगर देश के लोगों के लिए ये साल परेशानी का सबब बन गया था। लोगों को बैंक की कतारों में खड़े होकर नोट बदलवाने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता था। इसी लाइन में झींझक स्थित पंजाब नेशनल बैंक शाखा में सरदार पुरवा जोगिन डेरा से रुपये लेने आई खजांची की मां सर्वेशा देवी ने बैंक में बच्चे को जन्म दिया था। इस बार की जानकारी जैसे ही तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव को हुई, उन्होंने पूरे परिवार को लखनऊ बुलाकर बच्चे के पालन-पोषण के लिए उसके परिवार को आर्थिक मदद देते हुए बच्चे का नाम खजांची रख दिया था।

 

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