समाजवादी पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनावों की अभी से तैयारी करना शुरू कर दिया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक करते हुए आगे की रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। बीते कई दिनों से सियासी गलियारों में चर्चा है कि सपा से गठबंधन में बसपा 80 लोकसभा सीटों में से 40 की मांग कर सकती है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मीडिया से बात करते हुए इन खबरों पर खुलकर बात की।

बसपा से दोस्ती रहेगी कायम :

कैराना और नूरपुर उपचुनावों में विपक्षी प्रत्याशियों को मिली जीत के बाद से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव काफी उत्साहित हैं। इस बीच मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा है कि भाजपा को केवल क्षेत्रीय दलों के माध्यम से रोका जा सकता है। बात करें सपा-बसपा के गठबंधन की तो भाजपा के खिलाफ महागठबंधन के नेता का सवाल भी किसी प्रकार का कोई भी मुद्दा नहीं है। अखिलेश यादव ने कहा कि यह तो लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद तय किया जाएगा कि गठबंधन का नेता कौन होगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि भाजपा के खिलाफ गठबंधन होना तय है लेकिन अन्य कौन से दल इस गठबंधन में शामिल होने के लिए आते हैं, ये देखने वाली बात होगी।

भाजपा को नहीं देंगे भटकाने :

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि समाज के विकास के मुद्दों पर भाजपा को हम किसी भी तरह से जनता को भटकाने नहीं देंगे। यूपी में गरीबी, बेरोजगारी का सवाल हो या गन्ना किसान के भुगतान न होने का सवाल। किसानों की मदद करने वाला कोई नहीं है। भ्रष्टाचार अभी तक खत्म नहीं हुआ है, ओवरलोडिंग यूपी में कहां नहीं हो रही है। इसका साथ उन्होंने कहा है कि हमारी सरकार में किए गए कार्यों में किसी प्रकार की कोई भी गलती नहीं निकाल पाए। लेकिन हमारे किये कामों के भाजपा ने मानक कम किए हैं। इसके अलावा भाजपा ने यूपी में कौन सा नया काम कर दिया है। इसमें सब हमारा ही तो रह है, हमारा काम, हमारी डिजाइन हमारा ही एलाइनमेंट रहा है। यहां तक ठेकेदार व निर्माण कम्पनी वही है।

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