कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद से चल रहे सियासी नाटक का आखिर अंत हो गया। बीते कई दिनों से विवादों में रहने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव में नाटकीय तरीके से सत्ता में आई भाजपा की सरकार आज आख़िरकार गिर गयी। कर्नाटक विधानसभा में बहुमत परीक्षण के पहले भाषण देते हुए सीएम येदियुरप्पा ने अपने इस्तीफा का ऐलान किया। भाजपा सरकार के गिरने से मानो विपक्षी दलों को भाजपा और पीएम मोदी पर हमला करने का सुनहरा मौक़ा मिल गया हो। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने तुरंत प्रेस कांफ्रेंस बुलाई। इसके बाद अब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए बड़ी बात कह दी है।

सीएम येदियुरप्पा ने दिया इस्तीफा :

कर्नाटक विधानसभा में मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने विश्वास मत प्रस्ताव पेश कर किया था। अपने भाषण की शुरुआत उन्होंने राज्य की जनता और पीएम मोदी को धन्यवाद देने के साथ शुरू की। इसके बाद किसानों की बात की और कांग्रेस-जेडीएस विधायकों को अंतरात्मा की आवाज पर वोट देने को कहा। सभी को उम्मीद थी कि बीजेपी बहुमत परीक्षण तक जायेगी लेकिन आखिर तक जरूरी संख्या न जुटा पाने का एहसास हो जाने पर आखिरकार सीएम येदियुरप्पा ने अपने भाषण का अंत अपने इस्तीफे के साथ किया। अपना इस्तीफा देते हुए उन्होंने फ्लोर टेस्ट करने से इनकार किया। इसके बाद उन्होंने कहा कि अगर अभी चुनाव होता है तो हमें 150 से ज्यादा सीटें मिलेगी, इस बात का हमें विश्वास है।

 

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अखिलेश यादव ने ट्वीट :

कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन के भाजपा को हराने के बाद विपक्षी दलों को सत्ताधारी दल पर हमला करने का मौक़ा मिल गया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार गिरने के बाद ट्वीट किया कि आज का दिन भारतीय राजनीति में धनबल की जगह जनमत की जीत का दिन है। सबको खरीद लेने का दावा करने वालों को आज ये सबक मिल गया है कि अभी भी भारत की राजनीति में ऐसे लोग बाकी हैं, जो उनकी तरह राजनीति को कारोबार नहीं मानते हैं। नैतिक रूप से तो केंद्र की सरकार को भी इस्तीफ़ा दे देना चाहिए। अपने ट्वीट में सीधे तौर पर अखिलेश यादव केंद्र की मोदी सरकार को इस्तीफ़ा देने की माँग कर रहे हैं।

 

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