उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद जिले के केंद्रीय कारागार नैनी में एक कैदी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक कैदी अपनी सास की हत्या के आरोप में सजा काट रहा था। पेड़ से लटकते शव को देख कारागार में हडकंप मच गया। जेल अधिकारियों ने मामले की मजिस्ट्रेटी जांच कराने की बात कही है।
जेल अधिकारियों के अनुसार:
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जेल परिसर में सुबह जब बैरक खोली जाती है तो सभी कैदियों की गिनती की जाती है।
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शाम को जब बैरक में वापस कैदी भेजे जाते हैं उस समय भी कैदियों की गिनती की जाती है।
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इस दौरान दिनभर कैदी जेल परिसर में बैरक के बाहर रहते हैं।
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ऐसे में जेल परिसर में किसी भी कैदी का पेड़ से लटक कर फांसी लगाना आसान नहीं है।
होली के दिन लगायी फांसी:
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जेल के अधिकारियों के अनुसार बुधवार की सुबह होली के दिन कैदी रंजीत की लाश कटहल के पेड़ से लटकती हुई मिली थी।
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रंजीत की लाश देखकर बंदी रक्षकों ने जेल के अधिकारियों को सूचना दिया।
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इसके बाद शव को पेड़ से उतरवाकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया।
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मृतक कैदी हमीरपुर जिले का रहने वाला था। सास की हत्या के आरोप में उसे आजीवन कारावास की सजा हुई थी।
वरिष्ठ जेल अधीक्षक के अनुसार:
वरिष्ठ जेल अधीक्षक केदारनाथ के अनुसार रंजीत हमीरपुर की जेल में भी झगड़ा किया करता था। इसलिए हमीरपुर की जेल से उसे 2014 में नैनी जेल में स्थानांतरित किया गया था। जेल प्रशासन ने घटना की सूचना कैदी रंजीत के घर वालों को भिजवा दिया है।
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Divyang Dixit
Journalist, Listener, Mother nature's son, progressive rock lover, Pedestrian, Proud Vegan, व्यंग्यकार