लखनऊ के ठाकुरगंज थाना क्षेत्र में एक बुजुर्ग ने पुलिस की प्रताड़ना के चलते ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। आरोप लगाया है कि हुसैनाबाद पुलिस चौकी के इंचार्ज द्वारा पैसे की मांग की गई थी, जिसे देने के बाद भी चौकी इंचार्ज द्वारा आए दिन गाली गलौज करते रहते थे। बता दें कि वृद्ध के बेटे के ऊपर लड़की भगाने का आरोप है।

बेटे के ऊपर लड़की भगाने का है आरोप

जानकारी के मुताबिक ठाकुरगंज थाना क्षेत्र में एक युवक पर एक युवती को भगा ले जाने का आरोप लगाया गया था। जिसके संदर्भ में लड़की पक्ष से तहरीर देकर युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया था। पुलिस मामले की छानबीन के लिए बुजुर्ग के घर आए दिन पहुंचती रहती थी और दबाव बनाती रहती थी। इस दौरान घरवालों को गाली गालौज भी देने का आरोप है। मृतक के बेटा फार्रूख का कहना है कि पुलिस वालों ने इस मामले में दबाव कम करने के लिए 10 हजार रूपये की डिमांड की। जिसके बाद उसने पुलिस को 10 हजार रूपये दे दिए, लेकिन पुलिस ने अपना दबाव कम नहीं किया।

मानसिक दबाव में किया सुसाइड

फार्रूख ने बताया कि थाना ठाकुरगंज अंतर्गत चौकी हुसैनाबाद इंचार्ज रामकरण सिंह की दबंगई के चलते उसके पिता काफी ज्यादा मानसिक दबाव में थे। आए दिन पुलिसवाले घर पहुंचकर 10000 रुपये लेने के बावजूद परिवार को धमकी और गाली गलौज देते रहते थे। जिससे क्षुब्ध होकर ट्रेन के आगे कूद कर सुसाइड कर लिया।

चौकी इंचार्ज सहित कई पुलिसकर्मियों पर है आरोप

मृतक के बेटे फार्रूख ने रिश्वत लेने सहित अभद्रता और गाली गलौज करने का कई पुलिसकर्मियों पर आरोप लगाया है। जिसमें हुसैनाबाद चौकी इंचार्ज राजकरण सिंह और सहयोगी जेपी सिंह और रविंदर यादव की उत्पीड़न का आरोप लगाया है। वहीं इस बावत अधिकारी अभी मौन साधे हुए हैं। पुलिस मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

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