किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के एनॉटमी विभाग में बीते छह महीने में करीब 2400 लोगों ने देहदान के लिए पंजीकरण कराया है। वही दूसरी ओर बीते छह माह में अब तक 38 कैडबर प्राप्त हुए हैं। ये जानकारी एनॉटमी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो नवनीत कुमार ने दी। आपको बता दें की कई बार KGMU में पंजीकरण तो हजारों की संख्या में लोग करते हैं लेकिन सभी देहदान कर नहीं पाती है।

कुल 2400 लोगों ने कराया पंजीकरण

  • किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) को मिले कैडेबर की जानकारी प्रो. नवनीत चौहान ने दी।
  • ये जानकारी उन्होंने किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय की वार्षिक प्रगति रिपोर्ट के अनुसार दी।
  • उन्होंने बताया विभाग में बॉडी डोनेशन प्रोग्राम के तहत कुल 2400 लोगों ने पंजीकरण कराया है।
  • इस वर्ष प्रथम 6 माह में विभाग करीब अब तक 38 कैडबर प्राप्त किये जा चुके हैं।
  • 38 कैडबर के अलावा विभाग द्वारा नोरा भी प्राप्त किया गया हैं।
  • विभाग मे 64 स्लाईड थ्री डी सीटी स्कैन गैलरी के माध्यम से छात्रों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
  • स्किल लैब के द्वारा विभिन्न संस्थानों के सर्जरी के डॉक्टरों को प्रशिक्षित किया जाता है।
  • ताकि स्टूडेंट्स को ज्यादा से ज्यादा सीखने का मौका मिले।
  • मरीजों के साथ कैसे व्यवहार करें। कैसे मौन वार्तालाप करें।
  • ये सारी बातें आप अपने शिक्षकों के आचरण और व्यवहार से ही सीख सकते हैं।
  • बताते चले की एनाटमी विभाग की ओर से घर से नेत्रदान आदि की ये सुविधा दी जाती है।
  • ऐसे में नेत्रदान पंजीकरण करने वाले की मौत के बाद KGMU में आपको फ़ोन करना होगा।
  • हेल्पलाइन नम्बर पर सूचना मिलने के बाद एक एक टीम आपके घर आती है।
  • टीम के मेंबर बहुत ही आसानी से नेत्रदान करने वाले व्यक्ति की आँखें ले लेते हैं।
  • इसमें किसी तरह की कोई समस्या नहीं होती है।
  • वही एक और ज़िन्दगी रोशन हो जाती है।
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