परिवार में भाई और बेटे के बीच जारी खींचतान से मुलायम सिंह क्षुब्ध हैं। मुलायम सिंह समाजवादी पार्टी के सर्वेसवा हैं। सीएम अखिलेश यादव और मंत्री शिवपाल यादव भी मानते हैं कि नेताजी को पार्टी के सभी फैसले करने का स्वतंत्र अधिकार प्राप्त है और उनके द्वारा किये गए फैसलों को सभी को मानना होगा।

  • मुलायम सिंह परिवार में चाचा भतीजे के बीच मचा घमासान अभी तक थमा नहीं है।
  • यूपी की राजनीति में जोरदार उठा पटक चल रही है।
  • राजनीतिक अखाड़े में चाचा शिवपाल यादव औऱ भतीजे अखिलेश यादव एक दूसरे पर दांव आजमाए जा रहे हैं।
  • कभी चाचा का दांव भतीजे को पटखनी दे रहा तो कभी भतीजे का दांव शिवपाल यादव को चित्त कर दे रहा है।
  • मंगलवार की रात शिवपाल यादव से सात मंत्रालय छीन अखिलेश ने ऐसा दांव खेला है कि शिवपाल यादव जैसा मंजा हुआ खिलाड़ी भी संभल नही पाया।
  • अखिलेश यादव ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि सरकार में झगड़ा है, परिवार को कोई झगड़ा नहीं है।
  • साथ ही उन्होंने बाहरी लोगों की दखलअंदाजी का सवाल भी उठा दिया।
  • अखिलेश ने कहा कि यदि बाहरी लोग दखल देगें तो पार्टी कैसे चलेगी।

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दिल्ली पहुंचे शिवपाल यादवः

  • शिवपाल सिंह यादव सपा प्रमुख मुलायम सिंह से मिलने उनके दिल्ली आवास पर पहुंच गये हैं।
  • शिवपाल दिल्ली एयरपोर्ट से मुलायम के आवास के लिए रवानी हो गए हैं।
  • जल्द ही सपा प्रमुख के मिलकर उनसे मौजूदा हालातों पर चर्चा करेंगे।
  • इस दौरान शिवपाल मीडिया के सवालों से बचते हुए दिखाई दियें।
  • चर्चा यह भी है कि मुलायम से मिलकर शिवपाल उन्हें सरकार के सभी पदों से अपना इस्तीफा भी सौंप सकते हैं।

मुलायम करेंगे मनाने की कोशिशः

  • पार्टी में मचे घमासान को निपटाने के लिए मुलायम सिंह ने अखिलेश यादव और शिवपाल यादव को दिल्ली तलब किया था।
  • मुलायम की कोशिश है कि परिवार मिल बैठकर सुलह सफाई करा मामला निपटा ले।
  • शिवपाल यादव तो दिल्ली पहुंच गए हैं लेकिन अखिलेश यादव दिल्ली नहीं आएंगे।
  • शिवपाल बड़े भाई मुलायम पार्टी प्रमुख से कहीं अधिक सम्मान देते हैं।
  • अब देखना यह होगा कि मुलायम किस तरह से शिवपाल को मनाने में कामयाब रहते हैं।
  • अगर दोनों के आपसी रिश्तों को देखा जाए तो यह काम अधिक मुश्किल नहीं होगा।
  • लेकिन जिस तरह से पिछले दिनों परिस्थितियां उत्पन्न हुई है, साफ है कई मुद्दों पर सहमति बनना मुश्किल है।
  • वास्तव में यह सपा प्रमुख के लिए बेहद मुश्किल दौर है।

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