नूतन ठाकुर ने RTI के हवाले से अखिलेश यादव सरकार द्वारा अपर्णा यादव (aparna yadav) के NGO को गलत तरीके से धन देने का आरोप लगाया था. इस मामले में अपर्णा यादव ने अपनी सफाई दी है. उन्होंने कहा कि इसमें क्या गलत है. अपर्णा यादव का कहना है कि अगर कोई जानवरों की देखभाल का काम कर रहा है तो उसे आर्थिक सहायता क्यों नहीं दी जा सकती है.
RTI के जरिये नूतन ठाकुर ने अपर्णा को घेरा था:
- RTI एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर ने पूरे मामले में अखिलेश यादव सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाये हैं.
- उन्होंने कहा कि RTI से प्राप्त जानकारी अखिलेश यादव सरकार की मंशा पर सरकार उठाते हैं.
- अपर्णा यादव द्वारा संचालित जीव आश्रय संस्था को सपा सरकार ने 2013 से 2017 तक कितना अनुदान मिला, इसका ब्यौरा है.
- उन्होंने कहा कि शासन और गौसेवा आयेाग दोनेां से फंड की जानकारी मांगी थी।
- वहीं शासन ने RTI के जवाब में कहा कि शासन की ओर से जीव संरक्षण संस्था को अनुदान दिया गया.
- लेकिन जिस तरीके से धन दिया गया वो अपने आप में सवालों के घेरे में है.
- नूतन ठाकुर का आरोप है कि बात साफ है कि अनुदान देते वक्त नियमों को ध्यान नहीं रख गया.
- ग्रांट के लिए गोसेवा आयोग के निदेशक की संस्तुति की जरुरत होती है.
- लेकिन ऐसे किसी प्रकार के प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया है.
- उन्होंने कहा कि सपा परिवार के लोगों ने बेहिसाब सम्पत्ति बनाने के लिए ये सब किया है.
- ये एक प्रकार से आर्थिक भ्रष्टाचार को ही बढ़ावा देता है.
- डॉ संजय यादव की ओर से दी गई 23 मई 2017 की सूचना के अनुसार कान्हा उपवन, नादरगंज, लखनऊ में संचालित है.
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Kamal Tiwari
Journalist @weuttarpradesh cover political happenings, administrative activities. Blogger, book reader, cricket Lover. Team work makes the dream work.