ये प्यार का नगमा है.. मौजों की रवानी है… जिंदगी कुछ भी नहीं… की मधुर गूंज के साथ लोकभवन में शुरू हुए यश भारती सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरूवार को 73 विभूतियों को यश भारती अवॉर्ड से सम्मानित किया। जब सम्मान का सिलसिला थमने को था तभी संस्कृति विभाग के सिचव डॉ. हरिओम मच पर आगे आये और बताया कि मुख्यमंत्री ने मंच संचालिका अर्चना सतीश को यश भारती देने का निर्णय किया है। इस ऐलान के बाद हॉल में चारो तरफ जुगाड़ से अवॉर्ड पाने की चर्चा होने लगी।

  • यश भारती सम्मान कार्यक्रम के संचालन की कमान अर्चना सतीश ने संभाल रखी थी।
  • इस संचालन में उन्होंने कई बार सीएम अखिलेश यादव की तारीफ़ में कसीदे पढ़े।
  • इससे सीएम ने खुश होकर उन्हें भी यश भारती सम्मान देने का एलान कर दिया।
  • उस समय प्रतीक के रूप में देने के लिए प्रतीक चिन्ह भी नहीं था।
  • इसलिए सीएम ने पहले अर्चना को गुलदस्ता भेंट किया फिर शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया।
  • इसके बाद हॉल में यह चर्चा शुरू हो गई कि आखिर इस एंकर ने किया क्या है।
  • सवाल उठने लगें कि किस विशेषता के चलते इन्हें यश भारती सम्मान दिया जा रहा है।

राजपुरोहित को भी दिया सम्मानः

  • पुरस्कार पाने वालों में ज्योतिष विशेषज्ञ और राजपुरोहित पंडित हरि प्रसाद मिश्रा भी शामिल हैं।
  • सूत्रों की माने तो हरि प्रसाद मिश्रा को इसलिए सम्मान दिया गया।
  • क्योंकि वह यादव परिवार के पंडित हैं और उन्हें राजपुरोहित का दर्जा प्राप्त है।
  • इनके बारे में बताया गया कि इन्हें ज्योतिष का ज्ञान है और गरीब लड़कियों की शादी का अनुष्ठान मुफ्त में कराया था।
  • लेकिन माना जा रहा है कि समाजवादी परिवार का करीबी होने के कारण इन्हें सम्मान दिया गया।

परिवार के फैमिली डॉक्टर को यश भारतीः

  • यादव परिवार के एक फैमिली डॉक्टर को भी यश भारती देने पर खूब सवाल उठें।
  • पूछा जा रहा है कि सरकारी क्षेत्रों में वर्षों से शोध कर रहें डॉक्टरों को आखिर क्यों तरहीज नहीं दी गई?
  • कार्यक्रम में डॉ. रतीश चन्द्र अग्रवाल को भी यश भारती सम्मान से नवाजा गया है।
  • इनकी विशेषता यह है कि यह यादव परिवार के फैमिली डॉक्टर हैं और मुलायम के करीबी माने जाते हैं।

समाजवादी बुलेटिन के संपादक को मिला सम्मानः

  • पत्रकारिता के क्षेत्र में बेहतरीन काम करने के लिए अशोक निगम को यश भारती से नवाजा गया।
  • माना यही जा रहा है कि सपा की पत्रिका समाजवादी बुलेटिन के संपादक होने के चलते सम्मान दिया गया है।
  • समाजवादी बुलेटिन में सरकार और पार्टी के फेवर में ही हमेशा लिखा जाता रहा है।

वेंकट चंगावल्ली को यश भारतीः

  • यही नहीं, समाज सेवा के नाम पर आन्ध्रप्रदेश में जन्मे वेंकट चंगावल्ली को भी यश भारती दिया गया।
  • वेंकट डायल 100 परियोजना पर काम कर रहें हैं।
  • इसके साथ ही सरकारी टेलीविजन में कार्यरत लोगों को भी यश भारती देने पर चर्चा रही।
  • सवाल उठ रहें हैं कि आखिर इन लोगों ने ऐसा क्या किया है जो इन्हें सूबे के सबसे बड़े सम्मान से नवाजा जा रहा है।
  • हालांकि यह पहला मौका नहीं है जब सम्मान के लिए चयनित विभूतियों के नाम को लेकर सवाल उठ रहें हों।
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