उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित आरुषि हत्याकांड(arushi murder case) के मुख्य आरोपियों तलवार दंपत्ति को मामले में सीबीआई अदालत ने दोषी पाते हुए सजा सुनाई थी, जिसके बाद तलवार दंपत्ति की ओर से उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद हाई कोर्ट में सीबीआई के फैसले को चुनौती देते हुए याचिका दायर की थी, गुरुवार 12 अक्टूबर को इलाहाबाद हाई कोर्ट मामले में दायर याचिका पर अपना फैसला सुना सकता है।

हाई कोर्ट बरक़रार रख सकता है सीबीआई की सजा(arushi murder case):

  • नोएडा के बहुचर्चित आरुषि-हेमराज हत्याकांड में गुरुवार को कोर्ट में अपना फैसला सुना सकता है।
  • आरुषि केस से जुड़े हुए वकील नरेश यादव की माने तो,
  • सीबीआई कोर्ट ने परिस्थितिजन्य साक्ष्य (circumstancial evidence) के आधार पर सजा सुनाई थी।
  • इससे पहले भी कई मामलों में सुप्रीम कोर्ट तक ऐसी सजा सुनाई जा चुकी हैं,
  • उनका मानना हैं कि, हाईकोर्ट सजा को बरकरार रख सकता है।

आज आ सकता है HC का रिज़र्व फैसला(arushi murder case):

  • सूबे के बहुचर्चित आरुषि-हेमराज हत्याकांड के मुख्य आरोपियों को सीबीआई कोर्ट ने सजा सुना दी थी।
  • जिसके बाद तलवार दंपति ने इलाहाबाद हाई कोर्ट में मामले की सुनवाई के लिए याचिका दायर की थी।
  • इसी क्रम में गुरुवार को कोर्ट मामले में सुनवाई करेगा।
  • गौरतलब है कि, मामले में हाई कोर्ट अपना जजमेंट पहले ही रिज़र्व कर चुका है।
  • इसके बावजूद मामले में फिर से सुनवाई की जा रही है।

साल 2013 में सीबीआई कोर्ट ने सुनाई थी सजा(arushi murder case):

  • तलवार दंपत्ति को सीबीआई अदालत से सजा मिलने के बाद इलाहाबाद में मामले की सुनवाई हो रही है।
  • ज्ञात हो कि, सीबीआई अदालत ने डॉ नुपुर तलवार और डॉ राजेश तलवार को सीबीआई ने साल 2013 में सजा सुनाई थी।
  • जिसके तहत सीबीआई अदालत ने आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी।

जेल में हैं आरोपी नूपुर और राजेश तलवार (arushi murder case):

  • ज्ञात हो कि आरूषि हत्याकांड मामले में आरोपी माता-पिता नूपुर तलवार और राजेश तलवार फिलहाल जेल में बंद है।
  • वह दोनों इस हत्याकांड मामले में गाजियाबाद की डासना जेल में सजा काट रहे हैं।
  • यह हत्याकांड मामला आए दिन नए मोड़ लेता रहा है।
  • साल 2008 में आरुषि (14) की लाश उसी के घर में मिली थी।
  • इसके बाद उसी घर में घरेलू नौकर हेमराज का शव भी बरामद हुआ था।
  • इस मामले में पुलिस ने दंपति को मुख्य आरोपी बनाया था।
  • मामले में गाजियाबाद की विशेष CBI अदालत ने 2013 में डॉ नूपुर तलवार और डॉ राजेश तलवार को उम्र कैद की सजा सुनाई थी।
  • सीबीआई कोर्ट के फैसले के खिलाफ दंपति ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अपील दाखिल की थी।
  • गौरतलब है कि, इलाहाबाद हाईकोर्ट इस अपील पर गत वर्ष 24 सिंतबर से सुनवाई कर रहा था।

ये भी पढ़ें: आरुषि हत्याकांड में इलाहबाद हाई कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा!

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें