राजधानी लखनऊ में यातायात पुलिस में घनघोर भ्रष्टाचार है। ये हम नहीं बल्कि वायरल वीडियो में एक उप निरीक्षक दावा कर रहा है। ट्रैफिक के दरोगा ने अपने ही एएसपी पर वसूली करने का आरोप लगाया है। पूरे मामले का विडियो वायरल होने पर महकमे में खलबली मच गई। दरोगा का आरोप है कि कई चौराहों पर एएसपी के करीबी ट्रैफिककर्मियों को तैनात किया गया है। वसूली के चक्कर में एक ही चौराहे पर तैनाती दे रखी गई है। इस संबंध में एसएसपी कलानिधि नैथानी ने कहा कि वीडियो और एएसपी ट्रैफिक पर लगाए गए आरोपों की जांच करवाई जाएगी। पूरे मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]ट्रैफिककर्मियों को कमाई वाले चौराहों पर तैनात करके एएसपी जेब भरने में जुटे[/penci_blockquote]
जानकारी के मुताबिक, ड्यूटी मेजर के पद से हटाए गए ट्रैफिक के एक दरोगा का वीडियो वायरल हुआ है। इसमें दरोगा ने एएसपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। दरोगा के अनुसार कुछ चहेते ट्रैफिककर्मियों को कमाई वाले चौराहों पर तैनात करके एएसपी जेब भरने में जुटे हैं। आरोप लगाया है कि पिछली सरकार में भ्रष्टाचार करके जेबें भरने वाले अफसर अब भी मलाई काट रहे हैं। वायरल वीडियो में दरोगा कुछ ट्रैफिककर्मियों और उनकी तैनाती वाले चौराहों का नाम भी ले रहा है। इतना ही नहीं आरोप लगाया है कि वसूली की रकम बढ़ाने में नाकाम रहने पर ही एएसपी ने अनुसाशनहीनता का आरोप लगाकर उसे मेजर के पद से हटा दिया। हालांकि मामले की शिकायत किसी उच्चाधिकारी से नहीं की गई है। उधर, एएसपी ट्रैफिक रविशंकर निम का कहना है कि पद से हटाए जाने के बाद दरोगा गलत आरोप लगा रहा है। एक कर्मचारी से अभ्रदता करने के मामले में उसके खिलाफ कार्रवाई के लिए एसएसपी को रिपोर्ट भेजी गई है। झूठे आरोप लगाने की अधिकारियों से शिकायत की जाएगी।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]लखनऊ में भी ड्यूटी लगवाने के लिए रेट फिक्स[/penci_blockquote]
ट्रैफिक पुलिस में फैले भ्रष्टाचार का यह पहला मामला नहीं है। राजधानी लखनऊ में भी ट्रैफिक पुलिस लाइन में होमगार्डों की ड्यूटी लगवाने के लिए जमकर अवैध वसूली होती है। यहां हर चौराहे के अलग रेट फिक्स हैं। होमगार्ड रोजाना ड्यूटी के लिए पैसे देते हैं इसके बाद चौराहों और तिराहों से लेकर हाइवे पर जमकर अवैध वसूली करते हैं। सूत्रों के मुताबिक एक महीने की ड्यूटी के लिए होमगार्ड को 200 रूपये से लेकर 1500 रूपये तक फिक्स हैं। वहीं चौराहे पर रोजाना 50 से 100 रुपये तक फिक्स हैं। अगर ये पैसे नहीं दिए तो आप ड्यूटी से हाथ धोकर बैठ जायेंगे। रिश्वत देने के बाद ही होमगार्डों को ड्यूटी दी जाती है। इसके बाद उन्हें दिनभर मेहनत करके 375 रुपये दैनिक वेतन के रूप में मिलता है। अब आप अंदाजा लगा सकते हैं कि जिस होमगार्ड को ड्यूटी नहीं मिली और वह कई महीने से खाली बैठा है वह ये रकम कहां से जुटाएगा। बता दें कि लखनऊ ट्रैफिक लाइन का एक वीडियो पहले वायरल हो चुका है इसमें लाइन लगाकर होमगार्डों से ड्यूटी लगाने के लिए पैसे लिए जा रहे थे।

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]वसूली के चलते चौराहों पर लगता है जाम[/penci_blockquote]
राजधानी लखनऊ में जाम से जूझ रहे लोगों के लिए सबसे बड़ी समस्या चौराहों और तिराहों पर तैनात पुलिसकर्मी बन रहे हैं। वो इसलिए क्योंकि ये पुलिसकर्मी वसूली में जुटे रहते हैं और चालक आड़े तिरछे वाहन इधर उधर करके जाम लगाते हैं।

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