एटीएस ऑफिसर राजेश साहनी ने कल खुद को गोली मार कर खुदकुशी कर ली थी. एक तेजतर्रार और जबाज पुलिस अधिकारी की इस तरह अचानक मौत रहस्य बन गयी है जो कई अहम सवाल खड़े कर रही हैं.

खुद को गोली मार कर की थी ख़ुदकुशी:

ऐसे ही सवाल एटीएस अधिकारी राजेश साहनी के दोस्त और बॉलीवुड डायरेक्टर विनोद कापड़ी ने उठाये. उन्होंने राजेश साहनी की मौत पर संदेह जताते हुए पुलिस विभाग से कुछ सवाल किये. जिनसे साहनी के खुदकुशी करने की वजह और उनकी मौत की गुत्थी सुलझ सकती हैं.

विनोद कापड़ी ने पूछा कि “जो अफसर 28 मई से 7 जून तक छुट्टी पर था वह ऑफिस क्यों आया?”

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बता दें कि स्वर्गीय राजेश साहनी ने 29 मई यानी कल मुख्यालय में खुद को गोली मार ली थी.

विनोद कापड़ी ने ये सवाल भी उठाया कि “किसके कहने पर राजेश ऑफ़िस आए थे? अनौपचारिक तौर पर कई लोगों ने बताया कि IG असीम अरूण ने उसे बुलाया था और राजेश IG से मिले भी। क्या असीम अरूण बताएँगे कि क्या बात हुई थी ? क्यों नहीं CDR निकाल कर देखा जाए ?”

क्यों दिया गया हथियार:

विनोद कापड़ी ने जिस हथियार से पुलिस अधिकारी की मौत हुई थी उस पर भी सवाल उठाते हुए पूछा कि, “राजेश जब ऑफ़िस पहुँचे थे तो उनके पास रिवॉलवर नहीं थी। पुलिस मैन्युल के मुताबिक़ छुट्टी के दौरान हथियार इश्यू भी नहीं होता, तो फिर राजेश को रिवॉलवर क्यों और किसके कहने पर दी गई ?

कापड़ी ने संदेह जताते हुए पूछा, “सोचने वाली बात है कि जो इंसान आत्महत्या के इरादे से निकला हो , वो रिवॉलवर लाना ही भूल जाए और बाद में अपने गनर मनोज से रिवॉलवर मँगवाए ? ये कैसे संभव है ?

उन्होंने IG असीम अरुण से सवाल किया कि, गनर मनोज का बयान है कि राजेश ने मनोज से कहा था कि उन्हे एक ऑपरेशन पर जाना है । क्या IG असीम अरुण बताएंगे कि राजेश को किस ऑपरेशन पर जाना था ?

4 घंटे तक अस्पताल क्यों नहीं ले गये शव: 

कापड़ी ने आगे कहा, “ये कहा जा रहा है कि राजेश ने दफ़्तर के अंदर ही ख़ुद को गोली मारी । सवाल ये उठता है कि जब गोली चली तो गोली चलने की आवाज़ दफ़्तर के अंदर किसी ने क्यों नहीं सुनी? ”

इतना ही नही विनोद कापड़ी ने राजेश साहनी की को गोली लगने के बाद उनको अस्पताल ले जाने में हुई देरी पर भी सवाल करते हुए कहा, “पुलिस के बयान के मुताबिक़ राजेश ने दोपहर 12:40 बजे ख़ुद को गोली मारी.

लेकिन हैरानी की बात ये है कि अगले चार घंटे तक राजेश का लहूलुहान शव ATS के दफ़्तर पर ही पड़ा रहा. सवाल यह उठता है कि घायल या लहुलूहान या मृत राजेश को अस्पताल क्यों नहीं ले जाया गया ?

डायरेक्टर विनोद कापड़ी ने कहा, कभी भी कोई गंभीर रूप से घायल हो या बीमार हो, ये इंसान का एक स्वाभाविक स्वभाव है कि वो उसे तुरंत अस्पताल ले जाता है। राजेश के मामले में पुलिस ने ऐसा क्यों नहीं किया?

उन्होंने मृत की मौत की जांच पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि क्यों SI स्तर के अधिकारी से राजेश की मृत्यु की जाँच कराई जा रही है ? क्यों नहीं राजेश की मृत्यु की न्यायिक जाँच या CBI जाँच हो रही है?

किस काम से गये थे छुट्टी में कार्यालय:

इतना ही नही कापड़ी ने सदेह जताया कि राजेश की मौत के पीछे पुलिस कुछ छिपाने का प्रयास कर रहे हैं, उन्होंने कहा, “UP पुलिस बताएँ कि 29 मई को दोपहर 12 बजे से लेकर किए 12:50 तक ATS दफ़्तर में क्या क्या हुआ ?क्या पुलिस कुछ छिपाने की कोशिश कर रही है ? देश को जवाब चाहिए।”

विनोद कापड़ी के सवाल ऑफिसर राजेश साहनी की मौत पर ऐसे सवाल खड़े करते हैं जो लाजमी हैं. आखिर छुट्टी पर गये अधिकारी ने वापस कार्यलय में आकर खुद को गोली क्यों मारी.

बहरहाल पुलिस विभाग के जवाब के साथ शायद राजेश की मौत की गुत्थी सुलझ सके.

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