कई मामलो में वंचित चल रहे सपा नेता ने आज मीडिया के सामने आकर अपनी बात रखी और भाजपा व पुलिस पर जमकर आरोप लगाए। साथ ही पुलिस पर भेदभाव के साथ काम करने की बात भी कही। आपको बता दे अतुल प्रधान को कोर्ट ने पेश होने के नोटिस दिए थे, जहां आज अतुल ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया है।

अतुल अंडरग्राउंड हो गए थे अतुल प्रधान

सुमित गुर्जर एनकाउंटर के मामले को लगातार उठाने वाले सपा के पूर्व छात्र सभा अध्यक्ष अतुल ने मवाना में एक सभा के दौरान पुलिस के लिए अब्शब्दो को प्रयोग किया था। जिसके बाद से अतुल पर मुकदमा दर्ज करके अतुल की घेराबंदी शुरू की गई थी। इस दौरान पुलिस ने 2012 से लेकर 2017 तक के सभी कई दर्जन मुकदमों को निकल कर अतुल की गिरफ़्तारी के प्रयास शुरू कर दिए थे, लेकिन अतुल अंडरग्राउंड हो गए थे। इस दौरान अतुल की पत्नी व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सीमा प्रधान भी एसएसपी मंजिल सैनी से मिली थी। जिसमें एसएसपी ने आरोपी की पत्नी का नाम देकर सीमा प्रधान को अधिकार दिया था, लेकिन तब से गायब हुए अतुल को अब कोर्ट ने कोर्ट के समक्ष पेश होने का फरमान सूना दिया, और अतुल आज मीडया के सामने आकर सफाई दे रहे है।

भाजपाइयों के दबाव में काम कर रही पुलिस

अतुल प्रधान का कहना है कि मेरठ पुलिस भाजपाइयों के दबाव में काम कर रही है। हम कुछ कहते है तो हम पर मुकदमा दर्ज कर दिया जाता है और भाजपाई पुलिस के ऑफिस में घुसकर ही पुलिस को सार्वजनिक धमका रहे हैं। पुलिस भी इनका कुछ नहीं करती है और भाजपा के दबाव में भेदभाव के साथ काम कर रही है। हर हालत में विपक्ष को दबाने कुचलने का काम कर रही है। अतुल ने कहा वो हक़ बात करते रहेंगे चाहे उन्हें जेल भी क्यों न जाना पड़े। लेकिन जेल न जाने से डरने वाले तीन दर्ज मुकदमें वाले अतुल इतने दिन से क्यों भागे फिर रहे थे। फ़िलहाल अतुल कोर्ट में मौजूद थे। अखिलेश के क़रीबी सपा नेता अतुल प्रधान कई मामलो में चल रहे थे। अतुल प्रधान ने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। इसके बाद एसीजेएम 10 ने फैसला सुनाते हुए उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। पुलिस की गाड़ी में बैठकर जेल के लिए जब अतुल प्रधान रवाना हुए तो कोर्ट के बाहर समर्थकों की ज़बरदस्त भीड़ थी जो नारे बाजी कर रही थी।

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें