उन्नाव गैंगरेप केस में भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर का भाई अतुल सिंह सेंगर गिरफ्तार कर लिया गया है। सीएम योगी के निर्देश पर ये कार्रवाई उन्नाव पुलिस ने की है। अतुल से पूछताछ के बाद पुलिस आगे की विधिक कार्रवाई कर रही है। मंगलवार को पीड़िता के पिता का अंतिम संस्कार गंगाघाट के मिश्र कॉलोनी पक्के घाट पर किया गया। इस दौरान पुलिस की भी कड़ी चौकसी रही। उधर रेप पीड़िता विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की गिरफ़्तारी की मांग कर रही है।

किसी को बख्शा नहीं जाएगा: सीएम

दुष्कर्म के आरोप से घिरे उन्नाव के विधायक कुल्दीप सिंह सेंगर ने दिनभर चले हंगामे के बीच सोमवार देर शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से राजधानी में मुलाकात की। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह उनके खिलाफ साजिश है। वह किसी भी जांच के लिए तैयार हैं। उनके ऊपर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं। वहीं इस मामले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि मामले की जल्द से जल्द जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।

सोमवार को पीड़िता के पिता की जेल में मौत के बाद घटना ने मीडिया में तूल पकड़ा तो सीएम ने एडीजी जोन लखनऊ को जांच के बाद कार्रवाई करने के निर्देश दिया। सीएम के निर्देश के बाद एसपी उन्नाव पुष्पांजलि देवी ने एक्शन लेते हुए 6 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर विभागीय जांच शुरू कर दी है।

पेड़ में बांधकर की थी बेरहमी से पिटाई

बेटी के साथ हुई दरिन्दगी की शिकायत पर आरोपी पक्ष ने पुलिस के सामने उसके पिता की बेरहमी से पिटाई की थी। आरोप है दबंगों ने पीड़िता के पिता और उसके चाचा की भी पिटाई की थी। पुलिस ने पीड़ित पिता को ही सलाखों के पीछे ठूस दिया था। पिता ने सोमवार को जेल ही दम तोड़ दिया। मौत होने की खबर मिलते ही पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया और आनन-फानन में बांगरमऊ के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के भाई अतुल सिंह, विनीत सिंह समेत अन्य आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया। जबकि अभी गंभीर आरोप में घिरे विधायक पुलिस की पकड़ से दूर है। लिहाजा इस मामले को लेकर सीएम, डीजीपी से लेकर अन्य अधिकारी सकते में आ गए।

नौकरी दिलाने के बहाने सामूहिक दुष्कर्म

उन्नाव जिले के माखी थाना क्षेत्र की रहने वाली पीड़ित युवती का कहना है कि 17 जून 2017 को नौकरी दिलाने के बहाने शशि सिंह नाम की महिला विधायक के घर ले गई। जहां विधायक ने रेप किया, फिर उसके भाई अतुल ने अपने साथियों के साथ बंधक बनाकर सामूहिक दुष्कर्म किया। इस मामले में माखी पुलिस पीडि़त की फरियाद सुनने के बजाए उसे और उसके पिता को दोषी ठहरा कर हवालात में डालने की धमकी दी।

विरोध करने पर माखी पुलिस ने पीड़िता के पिता की जमकर पिटाई कर बुरी तरह से पीटकर जख्मी कर सलाखों के पीछे भेज दिया। बेटी के साथ हुई घटना और पुलिस की पिटाई से आहत पीड़िता के पिता की हालत बिगड़ती गई। जिला जेल पुलिस ने आनन-फानन में जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां सोमवार को इलाज के दौरान मौत हो गई।

वरिष्ठ अधिकारियों से करवाई जा रही जांच: डीजीपी

इस मामले में डीजीपी ओपी सिंह ने बयान देते हुए कहा कि मामले की जाँच की जा रही है, जाँच में जो दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। वहीं डीआईजी कानून-व्यवस्था प्रवीण कुमार का कहना है कि अभी तक रेप मामले की कोई ऐसी तहरीर थाने पर नहीं दी गई। उन्होंने बताया कि यह दो पक्षों के बीच मारपीट का मामला है, जिसकी एडीजी जोन से जांच कराई जा रही है। उनका कहना है कि अगर कोई दोषी मिला तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।

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