उत्तर प्रदेश चुनावों से पहले शुरू हुआ समाजवादी कुनबे का घमासान लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इस बीच समाजवादी कुनबे में चल रही रार पर सोशल मीडिया में एक पोस्ट वायरल हो रहा है। इस पोस्ट में बताया जा रहा है कि सपा का यह घमासान वाराणसी में साधू-संतों और बटुकों पर हुए लाठीचार्ज और श्राप का नतीजा है। वहीं स्वामी अविमुक्तरेश्वरानंद के पोस्टर में लिखा गया है कि करपात्री जी महाराज के बाद एक और संत का श्राप फलिभूत हुआ है।

  • मालूम हो कि 22 सितंबर 2015 को मूर्ति विसर्जन को लेकर स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद, बालक दास और बटुकों पर लाठियां बरसाई गई थी।
  • पुलिस ने आधी रात के बाद धारा 144 लागू कर दी।
  • इस दौरान संतों पर जमकर लाठीचार्ज किया गया।
  • लाठीचार्ज में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के साथ ही दर्जनों बटुक और आम लोग घायल हुए थें।
  • जिसके बाद स्वामी अविमुक्तरेश्वरानंद ने श्राप दिया था कि सपा सरकार तिनके की तरह बिखर जाएगी।

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सपा की फूट श्राप का नतीजाः

  • करपात्री जी महाराज के बाद एक और संत का श्राप फलित होता हुआ दिखाई दे रहा है।
  • लाठीचार्ज के बाद घायल बटुकों को देखकर स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद जी महाराज ने श्राप दिया था।
  • अविमुक्तेश्वरानंद जी महाराज ने कहा था कि यह सरकार तिनके-तिनके में बिखर जायेगा।
  • आज जब समाजवादी पार्टी अपने सबसे खराब दौर से गुजर रही है।
  • तो माना यही जा रहा है कि अब इस संत का श्राप अपनी शक्ति दिखा रहा है।

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