अयोध्या धाम के हनुमानगढ़ी के महंत नागा साधु कन्हैया दास की हत्या का अयोध्या पुलिस ने खुलासा किया।

अयोध्या धाम के हनुमानगढ़ी के महंत नागा साधु कन्हैया दास की हत्या का अयोध्या पुलिस ने खुलासा कर दिया है। महंत कन्हैया दास की हत्या के आरोप में उन्हीं के दोनो गुरु भाई गिरफ्तार किए गए हैं। हत्या में 7 लोग लिप्त थे जिसमें अभी पांच फरार चल रहे हैं। हत्या की योजना महाशिवरात्रि के पर्व के दिन ही बनाई गई थी जिसके बाद 3 अप्रैल को महंत कन्हैया दास की दोनों गुरु भाई गोलू राज उर्फ शशिकांत दास व अंश मिश्रा हनुमानगढ़ी के चरण पादुका मंदिर की गौशाला पहुंचकर दोनों ने अपने गुरु भाई महंत कन्हैया दास की ईट से कूच कर हत्या कर दी थी जबकि तीन अन्य लोग गौशाला के बाहर इनोवा गाड़ी के साथ इस बात की निगरानी कर रहे थे कि कहीं कोई आ तो नहीं रहा है या अगर यह दोनों हत्या नहीं कर पा रहे हैं तो उनकी मदद की जाए। एसएसपी शैलेश पांडे ने बताया कि हत्या में 7 लोग प्रकाश में आए हैं। 2 को थाना रामजन्मभूमि पुलिस ने मुहावरा बाजार चौराहे के पास से गिरफ्तार कर लिया है जबकि पांच अन्य अभी फरार चल रहे हैं। गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से हत्या में प्रयुक्त 2 ईंट व इनोवा कार बरामद कर ली गई है।एसएसपी शैलेश पांडे ने बताया कि जमीन और नगद के बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा था जिसका मुकदमा हाईकोर्ट में लंबित है। मंदिर के नगद रुपए व जमीन को हड़पने के लिए दोनों गुरु भाई गोलू दास उर्फ शशिकांत दास व अंश मिश्रा ने महाशिवरात्रि पर्व के दिन अपने गुरु भाई महंत कन्हैया दास की हत्या करने की योजना बनाई थी। योजना के तहत 3 अप्रैल की रात चरण पादुका मंदिर के गौशाला में पहुँच कर नागा साधु महंत कन्हैया दास की दोनों ने ईंट से कूच कर हत्या कर दी और फरार हो गए।इसका मुकदमा मृतक महंत के दूसरे शिष्य रामानुज दास ने थाना राम जन्मभूमि में दर्ज कराया था। एसएसपी शैलेश पांडे ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ के दौरान यह तथ्य प्रकाश में आया कि मृतक महंत कन्हैया दास व अभियुक्त गोलू शशिकांत दास जो कि एक ही गुरु के शिष्य हैं के बीच जमीन व पैसे की बंटवारे को लेकर विवाद था जिसका मामला हाईकोर्ट में लंबित है।इस कारण पूरी संपत्ति व पैसे पर पूर्ण आधिपत्य के लिए हत्या की साजिश रची गई। दोनों ने अन्य पांच साथियों के साथ शिवरात्रि महापर्व के दिन हत्या की योजना बना ली थी।

 

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