देश भर में इस समय सभी विपक्षी दल केंद्र की मोदी सरकार द्वारा देश के युवाओं को रोजगार न देने को लेकर घेरने में लगे हुए हैं। कुछ दलों ने तो पीएम के रोजगार पर दिए एक बयान का मजाक बनाते हुए सड़क पर पकौड़े बेचना शुरू कर दिया था। कांग्रेस से लेकर समाजवादी पार्टी ने अपने विरोध में इसी तरीके का इस्तेमाल किया था। हालाँकि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने अपनी राज्यसभा में दी गयी स्पीच में पकौड़े बेचने को अच्छी बात बताया था। अब बेरोजगारी के इस मुद्दे को लेकर सपा के कद्दावर नेता आज़म खां ने बहुसंख्यकों पर बड़ा बयान दे दिया है।

पकौड़ा बेचने को बताया अच्छी बात :

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह राज्यसभा में पहली बार बोल रहे थे। इस दौरान बोलते हुए उन्होंने विपक्ष द्वारा की गयी पकौड़ा राजनीति पर सरकार का बचाव किया। अमित शाह ने कहा कि पकौड़ा बेचना कोई गलत काम नहीं है, ये बेरोजगार बैठे रहने से तो अच्छा है। अमित शाह ने कहा कि मैंने कांग्रेस नेता का ट्वीट पढ़ा कि मुद्रा बैंक के सामने किसी ने पकौड़ा बेचना शुरू कर दिया। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि मैं मानता हूँ कि ये करना बेरोजगार बैठे रहने से अच्छा है और उसकी आने वाली पीढ़ी आगे जाकर बड़ा उद्योगपति बन सकती है। अमित शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि 55 साल तक देश पर राज करने वाले हमारी सरकार में बेरोजगारी का मुद्दा उठा रहे हैं।

आजम ने दिया विवादित बयान :

देश में बेरोजगारों के मुद्दे को लेकर सपा के कद्दावर नेता आज़म खां ने इसे हिन्दू-मुस्लिम का रूप देना शुरू कर दिया है। आज आजम खां ने बयान दिया है कि पीएम मोदी सिर्फ बहुसंख्यक समाज के बच्चे- बच्चियों को नौकरी दें जिससे वे दिन में काम में लग जाये थक जाएँ और अपने हाथ से हथियार फेंक दें। ऐसा पहली बात नहीं है जब आजम खां ने विवादित बयान दिया हो। इसके पहले कई बार वे अपने बयानों को लेकर चर्चाओं में बने रहते हैं। अब देखना है कि आजम के इस बयान पर सपा से क्या प्रतिक्रिया आती है।

 

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