सरकारी कर्मचारियों की लापरवाही के कारण अक्सर सरकारी काम सरक-सरककर होते है लिहाज़ा विकास की गति भी धीमी पड़ जाती है और इसका खामियाज़ा जनता को उठाना पड़ता है. सरकारी कर्मचारियों की लापरवाही का ऐसा ही एक मामला जब आजमगढ़ के जिलाधिकारी के सामने आया तो उन्होंने आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की.

क्या है पूरा मामला:

लापरवाही पर डीएम शिवाकांत द्धिवेदी ने बड़ा एक्शन लेते हुए डीपीआरओ सहित चार कर्मचारियों पर कार्रवाई की है. जिलाधिकारी ने कार्रवाई करते हुए कर्मचारियों के दस दिनों के वेतन पर रोक लगा दी है.

बता दे की डीपीआरओ कार्यालय के लेखाकर की सेवा समाप्त हो गई है डीएम ने यह कार्रवाई 23 करोड़ के शौचालय निर्माण के मामले में की है.

क्या है आरोप:

डीपीआरो सहित कर्मचारियों पर अधिकारियों को गुमराह करने का आरोप है. 23 करोड़ रुपये जुलाई से डम्प था खाते में मगर
डीपीआरओ और कर्मचारियों ने इस बात की जानकारी जिलाधिकारी शिवाकांत द्धिवेदी को नहीं दी थी. डीएम ने जब इस मामले में शासन को पत्र लिखा तब जाकर मामले की जानकारी जानकारी हुई.

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