उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले के नमामि गंगे के अभियान " मिशन गंगे " के तहत गंगा स्वच्छता के लिए चार दिनों तक काशी-वासियों को जागरूक करने के बाद शुक्रवार को बछेंद्री पाल और उनका 40 सदस्यीय दल अपने अगले पड़ाव की ओर रवाना हो गया।

काशी से रवानगी के पहले भगवान बुद्ध की उपदेश स्थली सारनाथ में मिशन गंगे की टीम के सभी सदस्यों को श्री काशी विश्वनाथ का स्मृति चिन्ह प्रदान कर गंगा विचार मंच व वन विभाग वाराणसी द्वारा सम्मानित किया गया।

सम्मान से पूर्व भारत की प्रथम महिला एवरेस्ट विजेता पदमश्री बछेंद्री पाल ने कहा कि काशी वासियों के स्वागत से वह और उनकी टीम बहुत अभिभूत है।

उन्होंने कहा कि 1500 किलोमीटर के ” मिशन गंगे “ अभियान के द्वारा टीम का प्रमुख लक्ष्य गंगा स्वच्छता के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ना है।

सभी को पूरे मनोयोग से गंगा के संरक्षण के लिए जुटना होगा, तभी हम स्वच्छ और निर्मल गंगा के सपने को साकार कर सकते हैं।

कार्यक्रम का समापन स्वच्छता से जुड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम और नुक्कड़ नाटक से हुआ।

आयोजन में प्रमुख रूप से मुख्य वन संरक्षक के.के. पांडे, प्रभागीय वनाधिकारी मनोज खरे, गंगा विचार मंच के संयोजक राजेश शुक्ला, राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन से रचित एंडले, पी.के. सरकार, क्षेत्रीय वनाधिकारी एम.पी. सिंह, शिवम अग्रहरि, राम प्रकाश जायसवाल, माया दत्त त्रिपाठी सहित सैकड़ों की संख्या में नागरिक गण उपस्थित रहे।

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