बहुजन मुस्लिम महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष वाली मोहम्मद ने बालागंज कार्यालय में एक प्रेसवार्ता करते हुए बसपा के प्रत्याशियों को वोट ना देने की अपील करते हुए कहा हालिया कुछ बसपा की रणनीति से ऐसा प्रतीत हो रहा है कहीं मायावती अपना पुराना इतिहास/अतीत दोहराते हुए भाजपा का दामन थाम ले जो पहले भी कर चुकी हैं। क्योंकि मायावती जब भी सभा में बोलती हैं तो सत्तारूढ़ भाजपा पर हमलावर होने के बजाय कांग्रेस पर ज्यादा हमले करती है और बार-बार यह भर आती है कि मेरी सरकार आने पर सभी को रोजगार दिया जाएगा। वली मोहम्मद ने कहा कि क्या सिर्फ उत्तर प्रदेश से ही जीतकर मायावती सत्ता पा सकती हैं। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि वह सत्ता में भागीदारी का हिस्सा होंगे तभी सत्ता में आने की बात कही रही हैं।

उन्होंने कहा कि हमें सूत्रों के हवाले से ख़बरें मिल रही हैं कि मायावती भाजपा के लिए काम कर रही हैं। भाजपा मायावती को उप प्रधानमंत्री बना सकती हैं, क्योंकि वह चुनावी जनसभाओं में भाजपा पर कम हमला बोलती हैं और कांग्रेस पर ज्यादा हमलावर रहती हैं। इसलिए उन्होंने कहा अपील करते हुए कहा कि आप अपना कीमती वोट जरूर करें लेकिन सपा और कांग्रेस के जिताऊ प्रत्याशी को वोट दें। प्रेसवार्ता में मुख्य रूप से एडवोकेट प्रवीण विश्वकर्मा, महामंत्री डॉ महफूज अहमद, महासभा यूथ विंग अध्यक्ष नसीम सिद्दीकी, जिला अध्यक्ष लखनऊ सलमान मंसूरी, जिला अध्यक्ष हरदोई फैजान अहमद, जिला प्रभारी रिजवान अहमद, सचिव असमतुल्लाह, विधानसभा अध्यक्ष फहीम सिद्दकी, शहर सचिव आशुतोष सिंह, महिला सचिव अतीकुन्निशा एवं दर्जनों पदाधिकारी मौजूद रहे।

वहीं, बहुजन मुस्लिम महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता शेख ताहिर सिद्दीकी ने कहा मायावती ने जिस तरह से अपनी पार्टी के प्रत्याशी उतारे हैं और कांग्रेस को अपने गठबंधन से दूर रखा है उससे बीजेपी को ही फायदा पहुंचने का ज्यादा अंदेशा है। जैसे कि धौरहरा लोकसभा पर बसपा द्वारा अरशद सिद्दीकी को जितिन प्रसाद की जीती हुई सीट को फंसा देना, मोहनलालगंज लोकसभा पर बसपा प्रत्याशी सीएल वर्मा को उतारकर आर के चौधरी की राह मुश्किल करते हुए बीजेपी के कौशल किशोर को वॉकओवर देना, अमरोहा से पहले बसपा का कोई और प्रत्याशी था परंतु जब कांग्रेस से राशिद अल्वी को उतारा तो मायावती ने दानिश अली को उतार दिया। सहारनपुर से इमरान मसूद के सामने बसपा प्रत्याशी हाजी अब्दुल रहमान को उतारना, फतेहपुर सीकरी से राज बब्बर के सामने राजवीर सिंह का टिकट काटकर बसपा द्वारा भगवान शर्मा (गुड्डू पंडित) को उम्मीदवार बनाना। सीतापुर से जिताऊ प्रत्याशी कैसरजहां को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा कर उनके खिलाफ बसपा से नकुल दुबे को उतारना। ऐसी बहुत सी सीटें हैं जहां पर बसपा और कांग्रेस की लड़ाई में बीजेपी को फायदा पहुंच रहा है।

क्योंकि बसपा प्रत्याशियों को लगभग 50% यादव मतदाता वोट नहीं कर रहा है। चुनाव बाद मायावती प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगी तो सपा प्रत्याशियों को मिलाकर यादव मतदाताओं में बसपा के प्रत्याशियों को वोट नहीं किया। ऐसे इल्जाम लगाकर वह सपा से दूरियां बना सकती हैं जो कि उनका पुराना इतिहास रहा है। मायावती ने पिछले चुनाव के परिणाम के बाद मुसलमानों को गद्दार भी कहा था। इस कारण सभी सेकुलर मतदाताओं से अपील है कि बीजेपी की नफरत भरी एवं देश विरोधी तथा झूठे राष्ट्रवाद के खिलाफ एकजुट होकर सपा कांग्रेस के प्रत्याशियों को वोट करें। अपने वोटों को बांटें नहीं।

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