भारतीय स्टेट बैंक अधिकारी संघ,लखनऊ की ओर से  मंडल के अधिकारियों की बैठक का बुद्धवार को आयोजन किया गया.इस मौके पर सरकार के बैंक विरोधी और सार्वजानिक उपक्रम के विरोधी नीतियों की चर्चा की.साथ ही बैंक अधिकारियों पर बढ़ रहे काम के दबाव विशेषकर क्रॉस सेलिंग और निजीकरण के बढ़ते हुए खतरे पर चर्चा हुई.

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कार्पोरेट बकायेदारों से हो वसूली

  • भारतीय स्टेट बैंक अधिकारी संघ की बैठक में वर्तमान में आ रही दिक्कतों पर चर्चा हुई.
  • AIBOC के महामंत्री कामरेड डी टी फ्रंकों राजेंद्र देव ने कहा कि बैंक के सभी अधिकारियों ने हर काम में अपना सहयोग किया है.
  • सभी अधिकारीयों और कर्मचारियों के ऐसे सहयोग से ही सरकारी योजनयें सफल हुई हैं.
  • वही उन्होंने इस बात पर चिंता व्यक्त की हैं कि सरकार सरकारी बैंकों को निजीकरण की ओर ढकेल रही है.
  • फ्रंकों ने बैंकों के बढ़ते NPA स्तर पर चिंता व्यक्त करते हुए बताया कि वर्तमान कानून बड़े कार्पोरेट बकायेदारों से वसूली करने में अक्षम हैं.

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  • सरकार को भी बड़े कार्पोरेट बकायेदारों से वसूली के लिए कारगर प्रयास करने होंगे.
  • वही सरकारी बैंकों को निजीकरण कि ओर धकेलने से भी रोके.
  • यदि ऐसा होता है हमारे सामने बहुत सी समस्याएं कड़ी हो जाएगी .
  • लेकिन सरकार हमारी समस्याओं के बारे में बिलकुल भी नहीं सोच रही है.
  • ऐसे में अधिकारी अब सचेत हो गए हैं वही कर कोई अपने काम को इमानदारी से भी कर रहा है.

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