यूपी के अस्पतालों में खून के काले कारोबार का खेल ख़त्म होने का नाम नहीं ले रहा है. दलालों का जाल निरंतर बढ़ता ही जा रहा है. ऐसे मामलों का पता होने के बाद भी न तो अस्पताल प्रशासन और न कि पुलिस ही ऐसे लोगों के खिलाफ कोई सख्त कदम उठा रही है. येही वजह है कि खून के दलालों का कारोबार निरंतर बढ़ता जा रहा है.  बरेली के आईएमए ब्लड बैंक में भी अब एक नया मामला आया है. जहाँ  ब्लड बैंक में आने वाले जरूरतमंदो को खून के बदले ठगा जा रहा था.

जरुरतमंदों को पांच से छह हज़ार में बेचता था खून

  • यूपी के ब्लड बैंकों में खून कि कमी का फ़ायदा खून का काला कारोबार चलाने वाले उठा रहे हैं.
  • यूपी में रक्त के संकट के कारण ही जरुरतमंदों को वक़्त पर रक्त नहीं मिल पा रहा है.
  • ऐसा ही मामला बरेली में सामने आया है. जहाँ मरीजों को काफी समय से ठगा जा रहा था.
  • बरेली में स्टूडेंट और नाशेडियो से खून की खरीद फरोख्त की जा रही थी.
  • लखनऊ में अवैध रक्त के काले कारोबार के भंडाफोड़ होने के बाद भी इस पर रोक नहीं लग पा रही.
  • बरेली पुलिस ने आईएमए ब्लड बैंक के पास जूस की दुकान चलाने वाले को गिरफ्तार किया है.
  • वह लम्बे समय से खून के काले कारोबार में शामिल रहा है.
  • वह अपना शिकार खून आईएमए ब्लड बैंक में आने वाले जरूरतमंदो को बनाता था.
  • पेशेवर लोगों से खून खरीदता था. खून कि खरीद तो वो  1500 से 2000 रुपये में करता था.
  • लेकिन, जरूरतमंदो को वो येही खून 5000 से 6000 में बेचता था खून.
  • जानकारी के मुताबिक वो ये कम लम्बे समय से कर रहा था.
  • उसकी हॉस्पिटलों में बड़ी पकड़ थी किसके चलते उसके इरादे सफल हो रहे थे.
  • बाते चले कि पुलिस ने खून के इस अवैध करोवारी को रंगे हाथो गिरफ्तार किया.
  • जिस समय वो एक जरूरतमंद को ये खून सप्लाई कर रहा था.
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