बरेली में बेबस मां को अपने पति के लिए अपने 15 दिन के बच्चे को बेचना पड़ा था, बेबस मां ने अपने मासूम बेटे को बेबसी में 45 हजार में बेच दिया था, जिसके बाद हमने यह खबर चलाई थी, मामले की पूरी जानकारी के बाद डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह ने एसडीएम को आदेश दिया है कि बच्चे को ढूंढ कर लाओ साथ ही डीएम ने बच्चे के पिता को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया है साथ में यह भी आश्वासन दिया है कि महिला का राशन कार्ड बनवाया जाए और मुख्यमंत्री राहत कोष से आर्थिक सहायता भी दी जाएगी.

क्या था पूरा मामला

संजू के पति एक दिहाड़ी मजदूर है. वह बरेली के प्रेमनगर में एक मकान में मजदूरी कर रहा था. तभी एक दीवार उस पर गिर पड़ी. इस हादसे में उसकी जान तो बच गई. लेकिन कमर से नीचे का हिस्सा बेकार हो गया. घर में वही अकेला कमाने वाला था.शुरू में उसने कर्ज लेकर अपना इलाज कराया और इसके लिए उसे अपना मकान तक गिरवी रखना पड़ा था.कर्जदारों ने जब तंग करना शुरू किया तो उसने पंद्रह दिन के बच्चे को पैंतालीस हजार रुपये में बेच दिया. उन्होंने बच्चा किसको बेचा इस बारे में उन्होंने ज्यादा जानकारी नही दी थी.

मामले की जानकारी के बाद डीएम ने की मदद

बच्चे के बेचने की खबर जब बरेली डीएम के पास पहुंची तो उन्होंने इस पर कड़ा एक्शन लिया उन्होंने एसडीएम को आदेश दिया कि बच्चे को जल्द से जल्द ढूंढा जाए व जिसने बच्चा खरीदा है उसपर कड़ा एक्शन लिया जायेगा, बच्चे के पिता को जिला अस्पताल मे भर्ती कराया गया जहां पर उनका इलाज किया जाएगा, अगर जरुरत पड़ी तो हायर सेंटर भी रेफर किया जाएगा. संजू का राशन कार्ड भी जल्द बनेगा व मुख्यंत्री राहत कोष से आर्थिक मदद भी की जाएगी, इस पूरी घटना पर ग्राम प्रधान व लेखपाल से जवाब मांगा गया है.

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