देसी शराब की दुकानों की कीमत मॉडल शॉप्स से आठ गुना ज्यादा
बरेली। आबकारी विभाग की ई-लॉटरी प्रक्रिया [ Bareilly Liquor Lottery ] में देसी शराब की दुकानों की कीमत मॉडल शॉप्स की तुलना में लगभग आठ गुना अधिक पहुंच गई। संजय नगर में देसी शराब की सबसे अधिक मांग रही, जहां एक दुकान के लिए रिकॉर्ड 7.79 करोड़ रुपये की बोली लगी।
136 करोड़ रुपये की कमाई, 800 करोड़ रुपये का राजस्व लक्ष्य [ Bareilly Liquor Lottery ]
मॉडल शॉप, विदेशी और देसी शराब तथा भांग की दुकानों की लाइसेंस प्रक्रिया से आबकारी विभाग ने लगभग 136 करोड़ रुपये की कमाई की है। वित्तीय वर्ष 2025-26 में शराब की बिक्री से 800 करोड़ रुपये राजस्व का लक्ष्य रखा गया है। पहले चरण में 578 दुकानों का व्यवस्थापन हो चुका है, केवल चार देसी शराब की दुकानों के लिए अभी संचालक नहीं मिल सके हैं।
संजय कम्युनिटी हॉल में हुई ई-लॉटरी प्रक्रिया [ Bareilly Liquor Lottery ]
बृहस्पतिवार को संजय कम्युनिटी हॉल, रामपुर गार्डन में प्रमुख सचिव सहकारिता एवं नोडल अधिकारी सौरभ बाबू की निगरानी में ई-लॉटरी प्रक्रिया संपन्न हुई।
इस प्रक्रिया में:
- 390 देसी शराब की दुकानें
- 160 बीयर एवं विदेशी शराब की कंपोजिट दुकानें
- 16 मॉडल शॉप
- 6 भांग के ठेकों का लाइसेंस जारी किया गया।
बरेली में आबकारी विभाग द्वारा जारी किए गए विभिन्न प्रकार के शराब और भांग के ठेकों की संख्या दर्शाई गई है।
श्रेणी | जारी किए गए लाइसेंस की संख्या |
---|---|
देसी शराब की दुकानें | 390 |
बीयर एवं विदेशी शराब की कंपोजिट दुकानें | 160 |
मॉडल शॉप | 16 |
भांग के ठेके | 6 |
इन दुकानों के लिए कुल 7,581 आवेदन प्राप्त हुए थे।
40 करोड़ रुपये की आय, 96 करोड़ रुपये लाइसेंस शुल्क से [ Bareilly Liquor Lottery ]
अधिकारियों के अनुसार, आवेदन प्रक्रिया से लगभग 40 करोड़ रुपये की आय हुई है, जबकि 96 करोड़ रुपये लाइसेंस शुल्क के रूप में प्राप्त होंगे। जिला आबकारी अधिकारी हुकुम सिंह ने बताया कि 7 मार्च को आवंटन पत्र जारी होंगे और 12 मार्च तक लाइसेंस शुल्क और अन्य देयताएं जमा करनी होंगी।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
ई-लॉटरी प्रक्रिया के दौरान किसी भी अव्यवस्था को रोकने के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए। डीएम रविंद्र कुमार, एसएसपी अनुराग आर्य, एसपी सिटी मानुष पारीक समेत कई अधिकारी प्रक्रिया की निगरानी में मौजूद रहे।
सबसे महंगी मॉडल शॉप – दोहरा चौराहा [ Bareilly Liquor Lottery ]
शहर में 16 मॉडल शॉप्स की लॉटरी प्रक्रिया में यह सामने आया कि महंगी शराब खरीदने और पीने के लिए पीलीभीत बाईपास स्थित दोहरा चौराहा सबसे लोकप्रिय स्थान है।
- दोहरा चौराहा: 1.32 करोड़ रुपये की लाइसेंस फीस (सबसे अधिक)
- एकतानगर चौराहा: दूसरा स्थान
- डीडीपुरम मार्केट: तीसरा स्थान
देसी शराब की दुकानों में संजय नगर सबसे महंगा
- संजय नगर: 7.79 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड बोली
- किला: 7.61 करोड़ रुपये (दूसरा स्थान)
- गंगापुर: 6.87 करोड़ रुपये (तीसरा स्थान)
12 मार्च तक जमा करनी होगी लाइसेंस फीस
सभी आवंटियों को 12 मार्च तक लाइसेंस शुल्क और अन्य देयताओं का भुगतान करना होगा। इस दौरान डीएम रविंद्र कुमार, एसएसपी अनुराग आर्य, एसपी सिटी मानुष पारीक और उप आबकारी आयुक्त एसपी सिंह समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे। ई-लॉटरी प्रक्रिया महज डेढ़ घंटे में संपन्न हो गई।
शराब की दुकानों के लिए जबरदस्त प्रतिस्पर्धा
- बलिया में 126 आवेदक
- देवचरा में 103 आवेदक
- संजय नगर में 16 आवेदक
- किला में 40 आवेदक
कंपोजिट दुकानों में:
- इज्जतनगर: 113 आवेदक
- फीनिक्स मॉल: 103 आवेदक
विदेशी शराब और बीयर अब एक ही दुकान पर
नई आबकारी नीति के तहत अब विदेशी शराब और बीयर एक ही दुकान से बेची जाएगी। डेलापीर इलाके में शराब की सबसे अधिक बिक्री को ध्यान में रखते हुए यहाँ की लाइसेंस फीस 83.45 लाख रुपये तय की गई है।
शहर में शराब की सबसे महंगी दुकानें [ Bareilly Liquor Lottery ]
शहर में शराब की बिक्री के आधार पर 10 प्रमुख स्थानों की लाइसेंस फीस सबसे अधिक रही:
- स्टेशन रोड
- नगरिया परीक्षित
- सेटेलाइट बस अड्डा
- इज्जतनगर
- मालगोदाम रोड सुभाषनगर
- राजेंद्रनगर
- दोहरा रोड
राजनेताओं ने भी ठेके हासिल किए [ Bareilly Liquor Lottery ]
शराब की लॉटरी में कई राजनीतिक हस्तियों ने भी रुचि दिखाई।
- संजय नगर: कांग्रेस से जुड़े एक नेता और उद्यमी ने सबसे महंगी दुकान (7.79 करोड़ रुपये) का ठेका लिया।
- उमरसिया कैंट: सपा नेता ने देसी शराब का ठेका लिया।
सरकारी खजाने में 800 करोड़ रुपये का लक्ष्य
आबकारी विभाग की इस लॉटरी प्रक्रिया [ Bareilly Liquor Lottery ] से सरकार को कुल 800 करोड़ रुपये की आमदनी होगी।
बरेली में शराब की दुकानों की ई-लॉटरी प्रक्रिया ने ऐतिहासिक बोली के नए रिकॉर्ड बनाए। संजय नगर की देसी शराब की दुकान सबसे महंगी रही, जबकि दोहरा चौराहा मॉडल शॉप्स में सबसे आगे रहा। आबकारी विभाग को इससे भारी राजस्व मिला है और सरकार ने 800 करोड़ रुपये की आमदनी का लक्ष्य तय किया है।
अस्वीकरण:
इस पृष्ठ पर ई-लॉटरी से संबंधित दी गई जानकारी विभिन्न सार्वजनिक रूप से उपलब्ध स्रोतों, जिनमें https://exciseelotteryup.upsdc.gov.in/ शामिल है, से प्राप्त की गई है। उत्तर प्रदेश में “ई-लॉटरी पोर्टल “ ई-लॉटरी से संबंधित डेटा का आधिकारिक स्रोत है और यहां प्रस्तुत सामग्री उनके आधिकारिक रिकॉर्ड पर आधारित है। यह डेटा इस लेख के प्रकाशन की तारीख तक संकलित किया गया है।
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