…डकैती डालोगे तब शादी होगी वरना हमेशा के लिए कुंवारे रह जाओगे, यह हम नहीं बल्कि बावरिया गिरोह के डकैतों की अनोखी परंपरा है। सूत्र बताते हैं कि इस बात का उस समय पता चला जब बुधवार को जुग्गौर रेलवे स्टेशन के पास से एसटीएफ के हत्थे चढ़ा डकैत विनोद ने पुलिस कस्टडी रिमांड के बाद पुलिस के सामने कुछ ऐसी ही अनोखी बात बताया। पुलिस के सामने जैसे ही आरोपित विनोद ने इस अजीबोगरीब दांस्ता पेश किया तो मातहत ही नहीं पुलिस अफसर भी दंग रह गए।

यही नहीं सूत्र यह भी बता रहे हैं कि साल के पहले दिन भी यह गिरोह पूरी रात अपने देवताओं को बलि देकर टोटका के रूप में अपनाते हैं कि इनका साल मुसीबत में नहीं बल्कि अच्छी तरह से ही गुजरे। वैसे तो कहा जाता है कि किसी का घर उजाड़ कर भलाई नहीं होती, लेकिन बावरिया गिरोह इस कदर अंधविश्वास में डूब चुका है कि वह किसी की भी जान लेकर चली आ रही परंपरा को निभाने में ही भलाई समझते हैं।

डकैत की जुबानी सुनकर दंग रह गए पुलिस अधिकारी

गौरतलब है कि सात फरवरी 2018 को राज्य की एसटीएफ टीम हरियाणा राज्य के झज्जर के दुजाना गांव निवासी विनोद को मुठभेड़ के दौरान चिनहट के जुग्गौर रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया था। इससे पहले तीन जनवरी 2018 को पुलिस ने इसी गैंग के चार सदस्यों राजेश उर्फ पेटला, मनोज उर्फ राकेश उर्फ छोटू, रमेश उर्फ राजू व महेन्द्र गिरफ्तार किया था। इस गिरोह का सरगना विनोद है, जिसके इशारे पर ही पूरा गिरोह वारदात को अंजाम देता था।

आरोपित विनोद को पुलिस ने पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर उससे कई अहम जानकारियां हासिल की तो उसने अपने कुनबे तथा गिरोह के बारे में बहुत सी बात उजागर की। जानकार सूत्र बताते हैं कि पुलिस आरोपित से पूछताछ कर ही रही थी कि डकैत विनोद बोल पड़ा कि साहब… नहीं यह तो हमारे बावरिया गिरोह की परंपरा है। यह सुनते ही पुलिस सन्न रह गई और उससे पूछा कि बता कौन सी रवायत है। विनोद बोला कि साहब हमारे कुनबों व गांव की परंपरा काफी दिनों से चली आ रही है कि जब डकैती डालोगे तभी शादी होगी। उसने बताया कि यह परंपरा नई नहीं बल्कि पुरखों से चली आ रही है।

सदियों पुरानी है डकैती डालने की परंपरा

इससे पूर्व 16 दिसंबर 2012 को एसटीएफ टीम ने राजस्थान प्रांत के भरतपुर निवासी रमेश उर्फ गदला व हरियाणा राज्य के फतेहाबाद के हंसपुरम कॉलोनी निवासी पिंकू बावरिया को इटावा जिले से गिरफ्तार किया था। तो उन लोगों ने भी कुछ ऐसी ही परंपरा बताया था। यह गिरोह तो लूट की रकम से अपने देवताओं को बलि चढ़ाने की बात पुलिस को बताया था। तो इसी तरह हाल में पकड़े गए विनोद ने भी चिनहट पुलिस के सामने कुछ ऐसी ही अनोखी रवायत को बयां किया। हालांकि पुलिस इस बाबत कुछ बोलने को तैयार नहीं है।

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