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2 बार के सांसद भालचंद्र यादव छोड़ सकते हैं सपा का दामन

bhalchand yadav

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2019 के लोकसभा चुनावों के लिए सपा और बसपा का गठबंधन हो चुका है। इसके लिए पार्टी नेताओं ने अपने लिए सियासी जमीन तैयार करना शुरू कर दिया है। कई नेता तो लोकसभा चुनावों के पहले ही अपने लिए सुरक्षित सियासी जमीन की तलाश में लग गए हैं। बीते दिनों सपा के राष्ट्रीय महासचिव रह चुके नरेश अग्रवाल के भाजपा में जाने से समाजवादी पार्टी को काफी नुकसान हुआ था। इसी क्रम में अब मुलायम और शिवपाल के करीबी एक और बाहुबली नेता के भाजपा में जाने के चर्चाएँ हो रही हैं।

भाजपा में जा सकते हैं भालचंद्र यादव :

सपा और बसपा का गठबंधन लगभग अंतिम दौर में पहुँच चुका है। ऐसे में चर्चाएँ हैं कि सपा के दिग्गज नेता भालचंद्र यादव जल्द ही भाजपा का दामन थाम सकते हैं। उनके नयी पार्टी में जाने को लेकर इस समय चर्चाएँ तेजी से हो रही है। भालचंद्र यादव समाजवादी पार्टी के टिकट पर साल 2004 और 2009 में संतकबीरनगर से सांसद रह चुके हैं मगर 2014 में वे बीजेपी के शरद त्रिपाठी से चुनाव हार गए थे। बीते दिनों खलीलाबाद के भाजपा विधायक के घर शादी समारोह में पूर्व सपा सांसद पहुंचे थे जिसके बाद से उनके सपा छोड़कर भाजपा में जाने की चर्चाएँ हैं।

 

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मुलायम-शिवपाल के करीबीयों में है गिनती :

सपा के पूर्व सांसद भालचंद्र यादव की संतकबीर नगर में एक बाहुबली नेता के रूप में पहचान बनी हुई है। उनके एक बार फिर से सपा से प्रत्याशी बनाये जाने की खबरें आ रही थे मगर सपा और बसपा गठबंधन होने से संतकबीर नगर से बसपा के भीष्म शंकर तिवारी और पीस पार्टी के डा. अयूब दावेदारी कर सकते हैं। ऐसे में भालचंद्र यादव को फिर से मौका दिया जाए, इसकी संभावना कम है। देखना है कि सपा नेता भालचंद्र यादव कब भाजपा में शामिल होने का आधिकारिक ऐलान करेंगे।

 

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