बायोमेट्रिक हाजिरी की अनिवार्यता के बाद लखनऊ विकास प्राधिकरण में बखेड़ा खड़ा हो गया है। उपाध्यक्ष प्रभु एन. सिंह के इस निर्देश का विरोध हो रहा है जिसमें यह कहा गया है कि अगर बायोमेट्रिक हाजिरी नहीं हुई तो वेतन कटेगा। विरोध करने वालों में वे लोग हैं जो कार्यालय से दूर विभिन्न पार्कों में तैनात हैं। ऐसे में उन्हें कार्यालय में सुबह व शाम हाजिरी लगाने के लिए आना संभव न होगा। वहीं, विकलांग कर्मचारियों की भी अपनी तकलीफ है।
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कर्मचारियों ने गिनाईं परेशानियां
- बॉयोमेट्रिक मशीन से उपस्थिति लगाए जाने संबंधी नई व्यवस्था लागू होते ही
- बुधवार सुबह से ही एलडीए में माहौल बदला सा नजर आया।
- मशीन के माध्यम से उपस्थिति लगाने के लिए कर्मचारियों की खासी भीड़ लगी हुई थी।
- कई कर्मचारियों का कहना था कि बॉयोमेट्रिक मशीन में अभी उनके नाम और इ प्लाई कोड फीड नहीं किया गया है।
- इस वजह से उनकी उपस्थिति नहीं लग रही है।
- इस बाबत वे लिखित में वे अपनी समस्या संबंधित अधिकारी के सामने रखेंगे।
- जानकारी के अनुसार, एलडीए में स्थायी और अस्थायी मिलाकर करीब 1850 कर्मचारी हैं।
- ये सभी कर्मचारी नई व्यवस्था के दायरे में आ चुके हैं।
- जानकारी के अनुसार, वीसी को लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि कर्मचारी समय से कार्य स्थल पर नहीं पहुंच रहे हैं।
- इस वजह से व्यवस्था गड़बड़ा रही है। वीसी ने उपस्थिति को लेकर एक रिपोर्ट तैयार कराई थी ।
- जिसके अध्ययन के बाद ही उन्होंने बॉयोमेट्रिक मशीनों से उपस्थिति दर्ज कराने संबंधी कदम उठाया है।
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इस मामले में कर्मचारी संघ के अध्यक्ष शिव प्रताप सिंह का कहना है कि हमें बॉयोमेट्रिक व्यवस्था से कोई समस्या नहीं है ।
- लेकिन ये मशीनें उन सभी कार्यस्थलों पर लगाई जाएं, जहां पर कर्मचारी कार्यरत हैं।
- नई व्यवस्था के अनुसार अभी तो सभी कर्मचारियों को एलडीए भवन आकर ही उपस्थिति लगानी होगी जिससे उनका खासा समय बर्बाद होगा।
- एलडीए वीसी प्रभू नारायण सिंह ने कहा कि सभी कर्मचारियों को बॉयोमेट्रिक मशीनों के माध्यम से ही उपस्थिति लगानी होगी।
- नई व्यवस्था को लागू कर दिया गया है। उपस्थिति न मिलने पर वेतन भी काटा जाएगा।
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