उत्तर प्रदेश में अगले महीने आगामी विधानसभा चुनाव 2017 के मतदान होने हैं. आगामी चुनाव के चलते प्रदेश के सभी जिलों में आदर्श आचार संहिता लागु है. हालांकि की पुलिस और जिला प्रशासन आचार संहिता  उल्लंघन को लेकर काफी सख्त कदम उठा रही है.लेकिन इसके बावजूद लगातार प्रदेश भर में आचार संहिता की धज्जियाँ उड़ाई जा रही है. इस दौरान बीजेपी ने सपा पर आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की है.यही नही बीजेपी ने आयोग से सपा की मान्यता रद्द करने की भी मांग की है.

जाति-धर्म के नाम पर वोट मांगने पर की गई शिकायत

  • सपा के आदर्श चुनाव आचार संहिता उल्लंघन का मामला लेकर भाजपा ने चुनाव आयोग से शिकायत की.
  • बता दें की सपा द्वारा जारी घोषणा पत्र में जाति-धर्म के नाम पर वोट मांगने की शिकायत करते हुए सपा की मान्यता रद्द करने की मांग की है .
  • बीजेपी द्वारा चुनाव आयुक्त के भेजे पत्र में HC द्वारा दिये आदेश संख्या 21455 को संदर्भित करते हुए कहा कि सपा के घोषणा पत्र में सभी लाभपरक योजनाओं में अल्पसंख्यकों को जनसंख्या के अनुपात में हिस्सेदारी सुनिश्चित करने की बात कही गई है.
  • जो कि धार्मिक आधार पर आरक्षण या लाभ संवैधानिक रूप से संभव नहीं है.
  • बीजेपी ने ये भी कहा कि यह राज्य सरकार का विषय भी नहीं है.
  • लेकिन अल्पसंख्यक वर्ग के स्वतत्रंता संग्राम सेनानियों के स्मारकों की बात करना धर्म के आधार पर उनमे भेद करना संविधान के विपरीत है.
  • इस पत्र में बीजेपी ने सपा के वादों को संदर्भित किया है.
  • जो की अभी तक पूरे नही किये गए हैं.
  • बीजेपी ने निर्वाचन आयोग को शिकायत करते हुए कहा कि धार्मिक एवं जातीय आधार एवं झूठे प्रचार तथा पांच वर्ष पूर्व किये वादे पूरे न करके फिर से वही वादे दोहराना चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है.
  • इसके साथ ही प्रदेश उपाध्यक्ष जेपीएस राठौर एवं एडवोकेट कुलदीप पति त्रिपाठी ने शिकायत करते हुए सपा के घोषणा पत्र को प्रतिबन्धित तथा सपा की मान्यता रद्द करने की मांग की.

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