उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के ठीक पहले उत्तर प्रदेश की सत्ताधारी दल समाजवादी पार्टी में चल रही लड़ाई उसके लिए अच्छी बात नहीं है। सपा सुप्रीमो चुनाव के लिए पार्टी का प्रचार शुरू करने करने के स्थान पर सीएम अखिलेश और प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल के बीच सुलह कराने में लगे हुए है। मगर सपा के इस घमासान युद्ध का उसकी एक अन्य विरोधी पार्टी को जबरदस्त फायदा मिल रहा है।

भाजपा को मिलेगी सत्ता :

  • बीते दिनों सभी पार्टियों को आगामी विधानसभा चुनाव में मिलने वाले सीटों के विषय में एक चुनावी सर्वे किया गया था।
  • इस सर्वे में सबसे ऊपर पहला स्थान भारतीय जनता पार्टी को स्थान मिला है।
  • भाजपा के बाद दूसरे नम्बर पर मायावती की बसपा है और तीसरे पर है वर्तमान सत्ताधारी दल समाजवादी पार्टी।
  • इस चुनावे सर्वे के आने के बाद से ही यह सपा के खतरे की घंटी बताया जा रहा है।
  • इस सर्वे के परिणाम के लिए पूर्णतया जिम्मेदार सिर्फ सपा में चल रहा पारिवारिक कलह है।
  • इसमें समाजवादी पार्टी को सिर्फ 25 फीसदी वोट और 94 से 103 सीटें मिलती दिख रही हैं
  • यूपी के सभी 403 विधानसभा क्षेत्रों में रह रहे लोगों में यह सर्वे किया गया था।
  • अगर यही नतीजा आगामी विधानसभा चुनावों में भी हुआ तो भाजपा के लिए यह बहुत अच्छी खबर है।

अखिलेश अब भी है सबसे ऊपर :

  • सर्वे में समाजवादी पार्टी में हुए झगड़े के बाद भी अखिलेश यादव की लोकप्रियता जनता में बनी हुई है।
  • वर्तमान सीएम अखिलेश यादव को सीएम पद की पसंद के तौर पर सबसे ज्यादा 31 फीसदी लोगों पसंद किया हैं।
  • उनके बाद बसपा प्रमुख मायावती 27 फीसदी लोगों है और भाजपा के आदित्यनाथ को 24 फीसदी लोग चाहते है।
  • सर्वे में 55 फीसदी लोगो ने यह भी बताया कि सपा के गृहयुद्ध के बावजूद अखिलेश को अपनी अलग पार्टी नहीं बनानी चाहिए।
  • इसके साथ ही 19 फीसदी लोगो ने कहा कि उन्हें अपनी अलग बना लेनी चाहिए।
  • बीते दिनों हुए सपा के गृहयुद्ध से अखिलेश की छवि को कुछ ख़ास नुकसान होता नहीं दिख रहा है।
  • इन सभी से यह पता चलता है कि अखिलेश अपने द्वारा किये गए विकास कार्यो के दम पर दुबारा सत्ता में आने का दम रखते है।
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