सत्ता का नशा कैसे नेताओं और जन प्रतिनिधियों के सर चढ़कर बोलता है, इसका नजारा तब देखने को मिला जब उत्तर प्रदेश के एक बीजेपी विधायक ने पुलिस अधिकारी को ही प्रोटोकॉल और नियम तर्क बताना शुरू कर दिया. गौरतलब हैं कि भाजपा के ये विधायक इससे पहले भी एक नहीं दो बार पुलिस अधिकारी से अभद्रता कर चुके हैं. 

पुलिस के गाड़ी रोकने पर नाराज हुए विधायक :

मामला उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद जनपद का है, जहाँ इलाहाबाद के शहर उत्तरी से विधायक हर्षवर्धन बाजपेई एक बार फिर पुलिस से भिड़ते नजर आये हैं.

भाजपा विधायक हर्षवर्धन बाजपेई का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें पुलिस वालों द्वारा रोके जाने पर विधायक का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुँच गया और पुलिस वालों को ही वे नियम कानून बताने लगे.

इस वीडियो में देखा जा सकता है कि भाजपा विधायक की गाड़ी पुलिस वालों द्वारा रोकी गयी. जिसके बाद हर्षवर्धन बाजपेई ने पुलिस अधिकारी से कहा कि एक विधायक के साथ आपको ऐसे बर्ताव नहीं करना चाहिए.

पुलिस अधिकारी द्वारा गाड़ी रोके जाने पर विधायक का पारा काफी चढ़ गया और वे इसे गलत बताते हुए पुलिस अधिकारी को ज्ञान दे डाला.

दो बार पहले भी विधायक ने की पुलिस अधिकारी से बदसलूकी:

इससे पहले भी इसी साल मई में हर्षवर्धन बाजपेई ने एसपी गंगापार सुनील सिंह से बदसलूकी करते हुए कहा था कि लातों के भूत बातों से नहीं मानते. दरअसल, सीएम योगी इलाहाबाद में बाघंबरी गद्दी मठ के संतो के साथ एक बैठक करने पहुंचे थे. जहाँ विधायक उनसे मिलना चाहते थे. ये बैठक निजी थी, इस वजह से पुलिस ने हर्षवर्धन बाजपेई को गेट पर रोक दिया. फिर क्या विधायक को ये बात नागवार गुजरी और उन्होंने तैनात एसपी से बदसलूकी शुरू कर दी.

वहीं बीजेपी विधायक पर पहले भी जिले में तैनात एक सब इंस्पेक्टर को फोन पर गाली देने का आरोप लग चुका है. इससे पहले पुलिस लाइन में भी विधायक ने नगर निगम के मुख्य अभियंता पर भी रौब गांठा और उन्हें हैसियत में रहने की नसीहत दी थी.

मिर्जापुर: PM मोदी के दौरे से पहले DM ने की सफाई अभियान की शुरुआत

 

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें