बलात्कार के केस में फंसे उन्नाव के बांगरमऊ से भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को राजनीतिक दबाव के चलते पुलिस ने यूपी पुलिस ने मुकदमा तो पंजीकृत कर लिया। लेकिन विधायक की गिरफ्तारी से बचने के लिए योगी सरकार ने बड़ा गेम खेल दिया। विधायक की गिरफ़्तारी पर डीजीपी ओपी सिंह और प्रमुख सचिव अरविंद कुमार ने पत्रकारों से बताया कि भाजपा विधायक अभी आरोपी नहीं हैं, मामले की सीबीआई को जांच सौंप दी गई हैगिरफ्तारी की सुगबुगाहट के चलते भाजपा विधायक की पहले से ही बिगड़ गई और उन्हें मेव हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। सीबीआई ही विधायक की गिरफ़्तारी करेगीगिरफ्तारी की सुगबुगाहट के चलते भाजपा विधायक की पहले से ही बिगड़ गई और उन्हें मेव हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। हालांकि गिरफ्तारी की सुगबुगाहट के चलते भाजपा विधायक की पत्नी की पहले से ही बिगड़ गई और उन्हें मेव हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। भाजपा विधायक की गिरफ़्तारी ना होने के बाद विपक्षियों ने सरकार को आड़े हाथो लिया है।

गौरतलब है कि भाजपा विधायक की पत्नी संगीता सिंह सेंगर, बहन रत्ना सिंह सेंगर अपने समर्थकों के साथ बुधवार सुबह डीजीपी मुख्यालय पहुंची। विधायक की पत्नी ने इंसाफ की गुहार लगाई। संगीता ने मीडिया के सामने रोते हुए कहा कि मीडिया एकतरफा दिखा रहा है। अगर कोई लड़की मुंह में कपड़ा बांधकर किसी के खिलाफ बलात्कार का आरोप लगा देगी तो वह बलात्कारी नहीं हो जायेगा। लेकिन मीडिया मेरे पति को बलात्कारी कह रही है। उन्होंने कहा कि मेरे पति को इंसाफ मिलना चाहिए। वहीं रेप के आरोपी भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की बहन रत्ना सिंह सेंगर ने कहा कि पीड़ित लड़की और उसके परिवार का नार्को टेस्ट करवाया जाये। लड़की पूरी तरह से झूठ बोल रही है।

उन्नाव के गैंग रेप आरोपी भाजपा विधायक एवम योगी सरकार में प्रदेश की बदहाल कानून व्यवस्था पर आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद एवं यूपी प्रभारी संजय सिंह ने जमकर प्रहार किया और उन्नाव घटना की कड़ी निंदा की।

आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी संजय सिंह ने कहा कि UP की योगी सरकार में बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर भय और असुरक्षा का माहौल है। सत्ता पक्ष के विधायक की संलिप्तता अपराध और अपराधियों के साथ पाई जाती है और हद तो तब हो जाती है। जब प्रदेश का मुखिया जनता की सुरक्षा के बजाए आरोपियों के साथ खड़ा पाया जाता है। जनता को कैसे मिलेगा न्याय?

उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में बच्चियों और महिलाओं पर अत्याचार की रोज सैंकड़ों वारदातें हो रही है। पुलिस प्रशासन पूरी तरीके से उन्हें रोक पाने में असमर्थ है। जब कोई पीड़ित न्याय की गुहार करते हुए लड़ाई लड़ता है तो उसकी आवाज को दबाने के लिए सत्ता पक्ष हर हथकंडा अपनाता है, क्या यही है रामराज्य?

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी, सरकार को चलाने में फेल साबित हो चुके हैं। नैतिकता के आधार पर उनको अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। प्रदेश में चारो तरफ जंगलराज चल रहा है। सत्ता पक्ष के विधायक, मंत्री और सांसद अधिकारियों को गाली, गलौज और मारपीट कर सही तरीके से काम नही करने दे रहें है। जिसकी वजह से प्रदेश का प्रशासन पंगु बन चुका है। किसान, युवा, बेरोजगार, व्यापारी और आम आदमी सरकार की अनीतियों से परेशान है। उन्नाव मामलें मे उन्होंने उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। जिससे जल्द से जल्द पीड़िता को न्याय मिल सके और दोषियों को सजा।

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