भारतीय जनता पार्टी को एक लंबे अरसे के बाद उत्तर प्रदेश में भारी बहुमत मिला है। लेकिन बीजेपी अभी यूपी के मुख्यमंत्री का नाम तय नहीं कर सकी है। एक ओर मणिपुर और गोवा में बीजेपी की सरकार के मुख्यमंत्री शपथ भी ले चुके हैं, लेकिन बीजेपी का हाईकमान यूपी के मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर उलझा हुआ है।
यूपी सीएम पर होगा पीएम के विजन का दबाव
- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम पर मोहर पीएम मोदी और शाह की सहमति के बाद ही लगेगी।
- यहीं नहीं बल्कि जानकारी के अनुसार संघ की भी इसमें अहम भूमिका होगी।
- ऐसे में लोकसभा चुनाव में अहम माने जाने वाले यूपी को लेकर बीजेपी कोई गलती नहीं करना चाहती।
- बीजेपी यूपी की सत्ता उसके हाथ में सौपना चाहती है जो पीएम के विजन के जमीन पर उतार सके।
- साथ ही 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी की जमीन मजबूत करें।
- इसलिए गुरूवार को बीजेपी की दिल्ली में संसदीय बोर्ड बैठक में एक बार फिर सीएम तय नहीं हो सका।
लखनऊ में तय हो सकता है सीएम
- बीजेपी के नवनिर्वाचित विधायकों की अब लखनऊ में बैठक होगा।
- जानकारी के अनुसार यह बैठक 18 मार्च को होगी।
- इस बैठक में बीजेपी के वरिष्ठ नेता भी शामिल होंगे।
- इसी बैठक में यूपी के अगले मुख्यमंत्री का नाम तय किया जाएगा।
- इस बैठक में वरिष्ठ नेता वेंकैया नायडू और भूपेंद्र यादव भी हिस्सा लेंगे।