योगी सरकार के चार माह पूरे होने लेकिन अभी तक सीएम योगी (cm yogi), उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्य, मंत्री स्वतंत्र देव सिंह तथा मोहसिन रजा प्रदेश में किसी भी सदन के सदस्य नहीं बने हैं. ऐसे में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के इशारे पर लोगों की उम्मीदें टिकी हुई है. बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष 29 से 31 जुलाई तक राजधानी लखनऊ के दौरे पर हैं.

अमित शाह कर सकते हैं फैसला:

  • भाजपा अध्यक्ष 29 जुलाई को लखनऊ में रहेंगे.
  • ऐसे में कयास लगाए जा रहे है कि उनकी मौजूदगी में मुख्यमंत्री योगी के चुनाव क्षेत्र को लेकर निर्णय किया जा सकता है.
  • केशव प्रसाद मौर्य व डॉ. दिनेश शर्मा के लिए भी चुनाव क्षेत्र तय होना है.
  • स्वतंत्र देव सिंह और मोहसिन रजा के लिए चुनाव क्षेत्र तय हो जाएगा.
  • सरकार में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सांसद हैं.
  • जबकि बाकी तीन लोग किसी सदन के सदस्य नहीं हैं.
  • पद पर बने रहने के लिए शपथ से छह माह के भीतर विधानसभा या विधान परिषद का सदस्य बनना अनिवार्य होगा.
  • योगी आदित्यनाथ गोरखपुर तथा केशव प्रसाद मौर्य इलाहाबाद से सांसद हैं.
  • मुख्यमंत्री योगी और केशव जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधि हैं.
  • इसलिए उनको विधानसभा चुनाव में उतारे जाने की चर्चा है.
  • जबकि बाकी के लिए विधान परिषद में जगह बनाई जा सकती है.

कौन कहाँ और कैसे?

  • मई 2018 तक विधान परिषद में प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र से सिर्फ एक जगह बची है.
  • सपा से बसपा में जा चुके विधान परिषद सदस्य अंबिका चौधरी और बसपा से निष्कासित नसीमुद्दीन सिद्दीकी की सदस्यता पर तलवार लटकी हुई है.
  • बदायूं स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए बनवारी यादव के निधन से एक सीट खाली है.
  • अंबिका और नसीमुद्दीन की सदस्यता निरस्त होने की दशा में विधान परिषद में तीन लोगों की जगह बन सकती है.
  • दिनेश शर्मा को विधान परिषद में नेता सदन बनाकर उन्हें MLC बनाने का संकेत दे दिया गया है.
  • वहीँ योगी और केशव के लिए कई विधायक अपनी सीट छोडऩे को तैयार हैं.
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