उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद से कला संस्कृति के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई है. प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में लगने वाले परंपरागत मेलों और सांस्कृतिक आयोजनों को गति मिली है. भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डा. चन्द्रमोहन ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली प्रदेश की भाजपा सरकार ने अयोध्या में वर्षों से बंद पड़ी अनवरत रामलीला का मंचन पुनः शुरू करवाया. वाराणसी में गंगा महोत्सव, नोएडा में शिल्पोत्सव, चित्रकूट में रामायण मेला, आगरा में ताज महोत्सव, ललितपुर में देवगढ़ महोत्सव, महोबा में आल्हा महोत्सव, संतकबीर नगर मगहर महोत्सव, कानपुर का बिठूर महोत्सव समेत कई आयोजनों के जरिए सरकार यूपी विरासत को संजो रही है.वहीं मथुरा-वृंदावन की सांस्कृतिक विरासत को सहेजने और विश्व पटल पर पहचान दिलाने के लिए प्रदेश सरकार ने ब्रज तीर्थ विकास बोर्ड का गठन किया है.

र्वांचल के कलाकारों को एक मंच देने का लक्ष्य

प्रदेश प्रवक्ता डा. चन्द्रमोहन ने कहा कि पूर्वांचल के कलाकारों को एक मंच देने के लक्ष्य के तहत गोरखपुर महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. इस महोत्सव के जरिए पूर्वांचल की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की झांकी प्रस्तुत की जा रही है. कलाकारों और प्रदेश की संस्कृतिक विरासत की तरक्की से ईष्या करने वाले अब महोत्सव जैसे आयोजन की आलोचना कर रहे हैं. ये वही मानसिकता है जो जनता की गाढ़ी कमाई को सैफई में नाच-गानों में खर्च करती है. प्रदेश सरकार स्थानीय कलाकारों को सम्मान देने और सांस्कृतिक विरासत को और समृद्ध करने के लिए होने वाले आयोजनों को बढ़ावा दे रही है.

प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर सहेज रही भाजपा

प्रदेश प्रवक्ता डा. चन्द्रमोहन ने कहा कि पिछली विपक्षी सरकारों ने एक साजिश के तहत ऐसे आयोजनों को बंद कर दिया था ताकि स्थानीय स्तर पर छिपी प्रतिभा आगे न आने पाए. प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार लगातार  कलाकारों, प्रतिभाओं का सम्मान कर रही है. कोई भी प्रदेश तब तक विकसित नहीं हो सकता जब तक उसके पास प्रचुर सांस्कृतिक विरासत न हो. इसी विरासत को सहेजने और समृद्ध करने का कार्य प्रदेश की भाजपा सरकार कर रही है.

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