नोएडा में मलाईदार पोस्टिंग और कमाई का ‘काला जादू’ अफसरों के लिए उनकी शामत साबित हो रहा है। कमाई और मलाई के इस लालच में नीरा यादव, राजीव कुमार जैसे कई बड़े अफसर को फंस चुके हैं और यादव सिंह के बाद कई और लाइन में खड़े हैं। आइये आप को बताते हैं कि कौन-कौन अफसर इस नोएडा फीवर में फंसे –
आईएएस नीरा यादव:-
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- सोमवार को यूपी की पूर्व मुख्य सचिव नीरा यादव जेल गईं।
- मंगलवार को यादव सिंह और उनकी पत्नी समेत अन्य के खिलाफ सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल कर दी।
- नीरा यादव वर्ष 1994 में बतौर सीईओ नोएडा में तैनात रहीं।
- नीरा यादव पर बेटियों और खुद के नाम पर गलत तरीके से प्लाट आवंटन करने का आरोप है।
- उनके खिलाफ सीबीआई जांच हुई।
- वर्ष 2012 में सीबीआई ने उन्हें तीन साल की सजा सुनाई।उन्हें जेल भेज दिया गया था।
- बाद में वह जमानत पर बाहर आ गईं।
- सोमवार को उन्होंने कोर्ट में सरेंडर कर दिया।
- घोटाले में आरोपित होने के बाद भी मुलायम सिंह सरकार ने वर्ष 2005 में उन्हें मुख्य सचिव की कुर्सी पर बैठाया था।
- बाद में कोर्ट के दखल पर उन्हें हटा दिया गया।
राजीव कुमार :-
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- नीरा यादव की नोएडा में तैनाती के दौरान आईएएस राजीव कुमार डिप्टी सीईओ थे।
- उन पर भी अपने ही प्लाट के आवंटन के नाम पर हेराफेरी का आरोप लगा था।
- नीरा यादव के साथ उन्हें भी तीन साल की सजा सुनाई गई थी।
- आरोप होने के बाद भी सपा सरकार ने उन्हें चार साल तक प्रमुख सचिव की नियुक्ति की कुर्सी पर बैठाए रखा।
- जानकारों की मानें तो हाईकोर्ट की सख्ती के बाद अब राजीव भी जेल जा सकते हैं।
संजीव सरन :–
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- वर्तमान में प्रमुख सचिव वन की कुर्सी पर तैनात आईएएस संजीव सरन भी नोएडा तैनाती के दौरान विवादों में रहे।
- उन पर वर्ष 2006 में किसानों की जमीन औने पौने दामों पर बिल्डरों को बेचने के आरोप लगे।
- इन्हें हाईकोर्ट के निर्देश पर नोएडा से हटाया गया था।
- वर्तमान सपा सरकार में संजीव लगातार अहम पोस्ट पर रहे।
राकेश बहादुर :-
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- आईएएस राकेश बहादुर पर भी वर्ष 2006 में किसानों की जमीन औने पौने दामों पर बिल्डरों को देने का आरोप लगा था।
- इनके खिलाफ भी जांच एजेंसी ने पड़ताल की थी।
- सपा सरकार में प्रमुख सचिव गृह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री समेत कई प्रभावशाली पोस्ट पर रहे।
- अब केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं।
मोहिंदर सिंह :-
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- नोएडा के सीईओ रहे आईएएस मोहिंदर सिंह भी नोएडा के मायाजाल में फंसे।
- उन पर नियम विरुद्ध फार्म हाउस आवंटन के आरोप लगे।
- फार्म हाउस आवंटन में कई बिल्डरों व प्रभावशाली लोगों को फायदा पहुंचाया गया।
यादव सिंह :-
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- नोएडा का जादू सबसे ज्यादा यादव सिंह पर चढ़कर बोला।
- अफसर भले ही आते-जाते रहे हों लेकिन यादव सिंह की नोएडा अथारिटी पर हुकूमत चलती रही।
- अब यादव सिंह भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में हैं।
- करीबी इंजीनियर रमेंद्र सिंह भी जेल में हैं।
- पत्नी कुसुमलता कभी भी गिरफ्तार हो सकती हैं।
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Ashutosh Srivastava
Reporter at uttarpradesh.org, News Junkie,Encourager not a Critique Admirer of Nature.