आज लखनऊ में मानवाधिकार और महिला मुद्दों पर काम करने  वाली स्वयंसेवी संस्था ब्रेकथ्रू ने आज होटल लेवाना में सेफर स्पेस के मुद्दे पर स्टैंड विद मी मीट अप का आयोजन किया |इस कार्यक्रम में दो पैनल थे जिसमें पहले पैनल का संचालन करते हुए ब्रेकथ्रू के सीनियर मैनेजर मीडिया एडवोकेसी विनीत त्रिपाठी ने कहा ऑनलाइन हो या ऑफलाइन हमें सेफर स्पेस बनाना होगा |

Safe Space को लेकर बैठक:

इसके लिए हमे त्रोल्लिंग, बुल्लिंग जैसे कल्चर को बदलना होगा और लड़कियों और महिलाओं के लिए ऐसे स्पेस को बनाना होगा जिससे वो सुरक्षित महसूस करें |

दूसरे पैनल का संचालन ब्रेकथ्रू की स्टेट हेड कृतिप्रकाश ने किया |

उन्होंने कहा कि सेफर स्पेस बनाने के लिए हम सबको अपने स्तर पर पहल करनी होगी |

हमें अपने साथ ही दूसरों के विचारों का भी सम्मान करना होगा |

अगर किसी के साथ त्रोल्लिंग, बुल्लिंग जैसी घटनाएँ होती हैं तो हमें उससे डरना नहीं है |

हमें अपनी चुप्पियाँ तोड़नी हैं और हम सबको मिल कर उसके साथ खड़ा होना है और सामूहिक रूप से सेफर स्पेस बनाने के लिए कदम उठाने हैं |

फिल्म अभिनेत्री जया भट्टाचार्या हुईं शामिल

फिल्म अभिनेत्री और टीवी कलाकार जया भट्टाचार्या ने कहा कि सेफर स्पेस एक बुनियादी हक है और इसके लिए हमें साथ आ कर बात करनी चाहिए |

मीडिया के विभिन्न माध्यमों चाहे वो टीवी हो या फ़िल्म हो उनमें भी औरत को देखने का नजरिया बदलने की ज़रूरत है|

मेरे पास भी अक्सर नेगेटिव किरदार निभाने के ऑफ़र आते हैं और यह किरदार ही कई बार हमारी छवि को जो हम नहीं होते हैं उस तरह से प्रस्तुत करता है |

Breakthrough organized on the issue of Safe Space

वरिष्ठ प्रत्रकार और जेंडर मामलों के जानकार नसीरुद्दीन ने कहा कि ऑनलाइन त्रोल्लिंग जैसी बातें जो सामने आती हैं वास्तव में इसके पीछे पितृसत्तात्मक सोच है जिन लड़कियों को बाहरी दुनिया में बोलने की आज़ादी नहीं मिलती वो ऑनलाइन स्पेस में अपनी बात को जब कहती हैं, तो ऑनलाइन की दुनिया भी उनका विरोध वैसे ही करती है जैसी बाहरी दुनिया के लोग करते हैं |

एएसपी और जनसम्पर्क अधिकारी ने बताया:

उत्तर प्रदेश पुलिस के एएसपी और जनसम्पर्क अधिकारी राहुल श्रीवास्तव ने कहा अमूमन हम पुलिस से प्रभावित होते हैं |

आज सोशल मीडिया का इस्तेमाल यूपी पुलिस बखूबी कर रही है | हमारा प्रयास रहता है कि आम जनता की आवाज़ बन सकें और उन्हें हर स्तर पर मदद दे सकें|

पुलिस की छवि बिगाड़ने वाले लोगों के खिलाफ हमने कार्यवाही भी की है और मेरा मानना है कि हमें ज़मीनी स्तर पर भी अपने कार्य,चरित्र और वव्यहार पर काम करने की ज़रूरत है |

सोशल मीडिया एक्सपर्ट निखिल श्रीवास्तव ने कहा कि समाज में परिवर्तन के लिए हमें खुद में बदलाव लाना होगा |

हमें यह भी तय करना होगा कि किस प्रकार कंटेंट हम ऑनलाइन का उपयोग कर रहे हैं और शेयर कर रहे हैं | सेफर स्पेस बनाने के लिए सभी स्टेक होल्डरों को साथ आना होगा |

आरजे राशि भी मौजुद:

आरजे राशि ने कहा कि बदलाव अपने घर से शुरू होता है |

अगर हमें सेफर स्पेस बनाना है तो हमें अपने घर के बच्चों को यह बताना होगा कि क्या सही है क्या गलत है और दूसरों के विचारों का सम्मान करना क्यों ज़रूरी है |

इस कार्यक्रम में ब्रेकथ्रू की तरफ़ से नयना, अनिल, उर्वशी, ऋचा, बरषा, सुनील, महेंद्र, दीप आदि ने शिरकत करी |

ब्रेकथ्रू के बारे में –

ब्रेकथ्रू एक मानवाधिकार संस्था है जो महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ होने वाली हिंसा और भेदभाव को समाप्त करने के लिए काम करती है।
कला, मीडिया, लोकप्रिय संस्कृति और सामुदायिक भागेदारी से हम लोगों को एक ऐसी दुनिया बनाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, जिसमें हर कोई सम्मान,समानता और न्याय के साथ रह सके।

हम मल्टी मीडिया अभियानों के माध्यम से मानवाधिकार से जुडें मुद्दों को मुख्य धारा में ला रहे हैं।

इसे देश भर के समुदाय और व्यक्तियों के लिए प्रासंगिक बना रहे हैं।

इसके साथ ही हम युवाओं,सरकारी अधिकारियों और सामुदायिक समूहों को प्रशिक्षण भी देते हैं, जिससे एक नई ब्रेकथ्रू जेनरेशन सामने आए जो अपने आस-पास की दुनिया में बदलाव ला सके।

 

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