उत्तर प्रदेश के बरेली जिला में उस समय हड़कंप मच गया जब भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) ने प्रदेश के वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल का बिल न जमा होने के कारण कनेक्शन काट दिया। कनेक्शन कटने से एकदम हड़कंप मच गया। जब वित्त मंत्री को इसकी खबर मिली तो उन्होंने अधिकारियों को तलब किया। दहशत में आए अधिकारियों के घर पहुंचे और वित्त मंत्री का गुस्सा देख सबके मुंह की बोलती बंद हो गई। काफी मान-मनौव्वल के बाद अधिकारियों ने मंत्री को मना कर माफी मांगते हुए उनका कनेक्शन जोड़ा है, हालांकि इस घटना से अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। वित्तमंत्री राजेश अग्रवाल ने बताया कि मेरे कार्यालय पर लगा फोन सरकारी है, भुगतान सचिवालय से होता है। यह घोर लापरवाही और मनमानी है कि कैबिनेट मंत्री का भी कनेक्शन बकाएदारी दिखाकर काट दिया। जीएम से जवाब मांगा है, इसके बाद उच्च स्तर पर मामला सौंपेंगे।

बकाएदारी में काटा गया कनेक्शन

जानकारी के मुताबिक, विभाग ने वित्तमंत्री राजेश अग्रवाल का लैंडलाइन नंबर 2457878 बकाएदारी में काट दिया। यूपी सचिवालय इसका भुगतान करता है। कस्टमर टाइप भी राज्य सरकार है। कनेक्शन कटते ही वित्तमंत्री कैंप कार्यालय पर सरकारी कामकाज प्रभावित हो गया। छानबीन करने पर पता चला कनेक्शन बकाएदारी में काटा गया है। मनमानी और भ्रष्टाचार के चलते बीएसएनएल का कारोबार धीरे-धीरे चौपट होने की स्थिति में आ गया है। गिने-चुने बचे मोबाइल और बेसिक फोन (लैंड लाइन) कनेक्शन भी विभागीय स्टाफ संभाल नहीं पा रहा है। बेसिक फोन खराब होने पर कई दिन तक लोग चक्कर लगाते रहते हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती है, अफसर दफ्तरों से नदारद रहते हैं। लापरवाही और मनमानी में मस्त स्टाफ को प्रोटोकाल का भी ध्यान नहीं है।

कनेक्शन काटने से मची अफरा-तफरी

वित्तमंत्री ने इस मामले में महाप्रबंधक चरण सिंह से जानकारी ली तो वे कुछ बता नहीं पाए। वीआईपी श्रेणी में दर्ज कनेक्शन किन परिस्थितियों काटा गया, इसे लेकर विभाग में अफरातफरी मच गई। मंत्री ने जीएम से लिखित जवाब मांगा है। मंत्री की नाराजगी से बचने के किए आननफानन में कनेक्शन जोड़ दिया और एक अफसर मंत्री का गुस्सा शांत करने को रवाना किया, लेकिन इससे बात नहीं बनी। कनेक्शन कटने की फजीहत से परेशान जीएम चरण सिंह ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं। जीएम ने उपमहाप्रबंधक एकेएस पुंडीर से तीन दिन में रिपोर्ट देने को कहा है।

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